सूरज लडवाल
चम्पावत – जिले स्थित पाटी ब्लॉक के सकदेना औऱ कूँण गाँव के जंगलों में मंगलवार रात करीब 9 बजे संदिग्ध ब्यक्तियों की एक टोली दिखाने देने से क्षेत्र की वादियों में रहने वाले लोगों के दिलों में डर घर कर गया है । बताते चलें कि मंगलवार रात करीब 9 बजे यह टोली भटकते हुए सकदेना गाँव पहुँच गई। जहाँ उन्हें सकदेना गाँव के ग्रामीणों ने घेर लिया। लेकिन संदिग्ध खुद को रौलमेल गाँव के निवासी बताते हुए वहाँ से फरार होने में सफल रह। लेकिन रौलमेल गाँव में पूछताछ करने पर पता चला कि गाँव के कोई भी लोग उस ओर नहीं गए हुए हैं। लेकिन संदिग्ध ब्यक्ति खुद को रौलमेल के निवासी बता रहे थे औऱ ग्रामीणों ने संदिग्धों की टोली को रौलमेल की ओर न जाते देख जंगलों की जाते देखा तो उनका पीछा करना शुरू कर दिया ।
ग्रामीणों ने संदिग्धों का पीछा करते हुए संदिग्ध ब्यक्तियों का जिक्र करते हुए अन्य दो गाँवों के लोगों को भी खबर कर दी । तीन गाँव के युवाओं ने टोली का पीछा किया लेकिन चाँदनी रात का फायदा उठाकर औऱ टॉर्च न जलाते हुए टोली घने जंगलों की आड़ में फरार होने में सफल रही ।
बहरहाल इक्का – दुक्का अंधेरे स्थानों पर संदिग्ध ब्यक्तियों ने टॉर्च का इस्तेमाल किया लेकिन पकड़ में नहीं आ सके। रात में ही थाना पाटी के थानाध्यक्ष को भी सूचित कर दिया गया। थानाध्यक्ष पाटी का कहना है कि बाहरी ब्यक्तियों के आने की आशंका न के समान ह। पुलिस ने जगह – जगह बैरियर लगा रखे हैं औऱ पुलिस लगातार गाँवों में ग्राम प्रहरियों व ग्राम प्रधानों के संपर्क में बनी हुई है। लेकिन थानाध्यक्ष इस बात से अनिभिज्ञ नजर आ रहे हैं कि बैरियर सड़क मार्ग के लिए बनाए गए हैं लेकिन संदिग्ध पैदल जंगलों के माध्यम से क्षेत्र में घुस सकते हैं। बताते चलें कि जिस जंगल में संदिग्ध ब्यक्ति देखे गए उस जंगल से पैदल ओखलकांडा , धारी , मोरनौला , चोरगलिया के जंगलों में आसानी से पहुँचा जा सकता है । पैदल हो रहे आवागमन को रोकने के लिए पुलिस को अधिक सतर्कता बरतनी होगी ।