भाजपा प्रभारी श्याम जाजू दिल्ली से दून, दून से हरिद्वार। ना क्वारंटाइन, न मास्क, न दो गज दूरी
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू 12 जुलाई को देहरादून आए। देहरादून में उन्हें रुड़की के निर्दलीय मेयर गौरव गोयल को भाजपा ज्वाइन कराने वाले कार्यक्रम मे शामिल होना था। समय पर ना आने के चलते कार्यक्रम शुरू हो गया और श्याम जाजू कार्यक्रम में नहीं शामिल हो पाए थे। जब मीडिया ने श्याम जाजू के विषय में पूछा तो बताया गया कि, श्याम जाजू दिल्ली जैसे कोरोना हॉटस्पॉट इलाके से आए हैं, इसलिए उन्होंने खुद को self-quarantine कर दिया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मीडिया से कहा था कि, श्याम जाजू ने खुद को self-quarantine कर लिया है, क्योंकि उन्हें ऐसा आग्रह किया गया था। किंतु आज उन्हें हरिद्वार के एक मंदिर में पूजा अर्चना कर आते हुए देखा गया। इस फोटो में आप साफ़ देख सकते हैं कि, प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू मंदिर में पूजा अर्चना करा रहे हैं। अहम सवाल यह है कि, जब श्याम जाजू दिल्ली से आने के बाद self-quarantine हो गए थे तो फिर वह आज हरिद्वार कैसे चले गए ! जिस स्थान पर श्याम जाजू पूजा अर्चना करा रहे हैं, वहां पर उन्होंने न तो मास्क पहना हुआ है और ना ही आवश्यक 2 गज की दूरी सुनिश्चित की हुई है।
अब सवाल उठता है कि, क्या कोरोना के क्वारंटाइन वाले नियम तथा सोशल डिस्टेंसिंग की तमाम पाबंदियां केवल आम जनता के लिए है! या भाजपा तथा उनके तमाम पदाधिकारी कोरोना प्रूफ हो चुके हैं! कल के सदस्यता अभियान में भी सोशल डिस्टेंसिंग जैसे मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई थी। खुद मुख्यमंत्री से लेकर मंच पर मौजूद धन सिंह रावत जैसे नेता, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत और देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा तक ने सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर मास्क जैसी अनिवार्य पाबंदियों का भी पालन नहीं किया था।
अहम सवाल यह है कि, क्या कोरोना के इस काल में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसी पाबंदियां केवल आम जनता के लिए ही सीमित रह गई है! अथवा श्याम जाजू से लेकर कल के कार्यक्रम में इन तमाम पाबंदियों का उल्लंघन करने वाले हमारे नीतिनियंताओं पर भी कोई कार्यवाही की जाएगी!