समय पर नहीं मिली 108, भाजपा नेता की मौत। तीन अस्पतालों ने भी नहीं किया था भर्ती
उत्तराखंड के चंपावत में समय पर 108 सेवा की एंबुलेंस न मिलने पर भाजपा नेता सोबन सिंह मौनी की मौत हो गई। रविवार को भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष सोहन सिंह मौनी की तबीयत खराब होने पर उन्हें पार्टी स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था। लीवर मे दिक्कत के कारण हालत बिगड़ने पर उन्हें हायर सेंटर भेज दिया गया। परिजनों ने हायर सेंटर जाने के लिए 108 सेवा को बुलाया लेकिन 108 सेवा के कर्मियों ने मात्र चंपावत जिला अस्पताल तक ही पहुंचाने की बात कही। लेकिन परिजनों का कहना था कि चंपावत होते हुए हल्द्वानी जाने के लिए 241 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। जबकि पाटी से हल्द्वानी की दूरी 147 किलोमीटर है।
ऐसे में 108 की सेवा उपलब्ध ना होने पर परिजनों का लगभग 2 घंटे का समय खराब हो गया। रात के 10:45 बजे निजी गाड़ी से परिजन सोबन सिंह को लेकर हल्द्वानी के लिए निकले। हल्द्वानी में भी तीन अस्पतालों ने बिना कोरोनावायरस टेस्ट के भर्ती करने से इंकार कर दिया। चौथे अस्पताल में उन्हें भर्ती तो किया लेकिन हालत ज्यादा खराब होने के चलते उन्हें बरेली के अस्पताल में ले जाने की सलाह दी गई।
यहां पर पहुंचते-पहुंचते भाजपा नेता की हालत इतनी खराब हो गई उनके प्राण पखेरू उड़ गए।
गौरतलब है कि इससे पहले भी
पहले भी सामने आ चुकी 108 की लापरवाही
चंपावत में समय पर 108 एंबुलेंस न मिलने के कारण इसी महीने दो मौतें हो चुकी हैं। 11 जुलाई को पार्वती देवी को समय पर एंबुलेंस नहीं मिली तो उनकी जिला अस्पताल में ही मौत हो गई थी। जबकि 13 जुलाई को समय पर एंबुलेंस न मिलने के चलते जब चंपावत की नरो देवी को निजी वाहन से हायर सेंटर ले जाया जा रहा था तब उनकी मौत हो गई थी।
लेकिन 108 सेवा कभी एंबुलेंस के टायर ना होने के चलते और कभी दूसरा कारण बताने के कारण समय पर नहीं पहुंच पाई। सोबन सिंह मोनी के निधन के कारण क्षेत्र में गम का माहौल है। भाजपा नेता सोबन सिंह पैरा लीगल वालंटियर थे तथा पूर्व व्यापार मंडल उपाध्यक्ष और रामलीला कमेटी के संरक्षक भी थे। 108 सेवा के जिला समन्वयक भास्कर शर्मा का कहना है कि एंबुलेंस को हल्द्वानी क्यों नहीं भेजा गया इसकी जांच की जाएगी।