सुनील सजवाण, धनोल्टी//
थत्यूड़ की महिलाओं ने तंग आकर बिक रही अवैध शराब के खिलाफ शुरू किया अभियान
जौनपुर क्षेत्र के मुख्यालय थत्यूड़ में अवैध रूप से ढाबों व दुकानों में बिक रही शराब के खिलाफ मातृ शक्ति ने मोर्चा खोल दिया है। महिलाओं ने थत्यूड़ थाने में जाकर पुलिस प्रशाशन के खिलाफ नारेबाजी की व पुलिस के संरक्षण में अवैध शराब के कारोबार को चलाने का आरोप लगाया। महिलाओं का आरोप है कि जब से ब्लाक मुख्यालय थत्यूड़ में पुलिस थाना खुला है, तब से शराब थत्यूड़ के बाजार में ढाबों व दुकानों मे बेची जा रही है।
महिलाओं का नेतृत्व कर रही सरस्वती रावत का कहना है कि यदी पुलिस बाजार में शराब बन्दी पर नियंत्रण नही लगा सकती है तो सारी की सारी महिलाओं को आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा ।
महिलाओं का आरोप है कि अवैध शराब बिकने के कारण बाजार का माहौल खराब हो रहा है। देर शाम को किसी भी महिला का बाजार निकलना मुश्किल हो गया है, क्योंकि शाम के समय बाजार में दारू पीकर कई असामाजिक तत्व खुलेआम बाजार में उपद्रव करते हैं, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। जिस कारण बाजार में निकलना महिलाओं के लिए मुश्किल हो गया है।
जौनपुर ब्लाक के मुख्यालय थत्यूड़ में शराब का ठेका नहीं है, जिस कारण बाजार में अवैध शराब को दुकानों व ढाबों में खुले आम बेचा जा रहा है। थाने पहुंची महिलाओं का आरोप है कि पहले जब थत्यूड़ क्षेत्र राजस्व पुलिस चौकी के अंतर्गत आता था, तब कई बार बाजार में पटवारियों व तहसीलदार के द्वारा छापेमारी व पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाती थी, लेकिन जब से रेगुलर पुलिस थाना खुला है, एक भी बार ऐसा नहीं हुआ है। जिस कारण अवैध
शराब कारोबारियों ने शराब के गोरखधंधे को बाजार मे बढ़ा लिया है।
वहीं रोज-रोज की शराब के कारण बढ़ रही परेशानियों व असुरक्षा के कारण थत्यूड़ की मातृशक्ति को थत्यूड़ के पुलिस थाने में जाकर प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ा व थाने में ही नारेबाजी करनी पड़ी।
थाना अध्यक्ष एम.एल. जखमोला ने कहा कि उनकी टीम के द्वारा लगातार बाजार में छापे मारे जा रहे हैं। पकड़े जाने पर ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। किसी भी हालत में अवैध शराब बाजार में नहीं बेची जा सकती और बाजार का महौल खराब नहीं होने दिया जाएगा।
थाने में पहुंची महिलाओं को किसी तरह से आश्वासन देकर थाना अध्यक्ष थत्यूड़ एमएल जखमोला ने शान्त कराया, तब जाकर महिलाएं मानी, लेकिन कार्यवाही न करने पर महिलाओं ने भी उग्र आंदोलन की धमकी थाने में ही दे डाली।
अब मामला मातृशक्ति की सुरक्षा व सम्मान का है। क्या अवैध शराब पर रोक लग पाएगी या मातृशक्ति को मजबूर होकर सड़कों पर प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन इससे इतना तो तय है कि जीरो टोलरेंस वाली सरकार की छिछालेदर ही हो रही है।