पानी को तरसते मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में ग्रामीण। ध्रुवीय भालू की निंद्रा में सोया जल संस्थान
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
पौड़ी। लैंसडाउन विधानसभा के ग्राम सभा पुंडेर गांव के ग्रामीण विगत डेड माह से पानी के लिए तरस रहे हैं। वहीं जल संस्थान पौड़ी के अधिकारी कुम्भकर्ण की नींद सोये हुये है। आपको बता दें कि, राज्य के मुखिया के घर से ये गांव मात्र 10 किलोमीटर दूरी पर है। जब राज्य के मुखिया के घर के बगल पर ऐसे हालात है, तो अन्य जगहों पर क्या होंगे, आप स्वयं ही अंदाजा लगा सकते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि, उनको दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। अब बात है पहाड़ के गांव की तो आपको पता है कि, गांव में अधिकतर घरों में केवल बुजुर्ग ही रह रहे हैं। ऐसे में कई घरों में बुजुर्गों को पानी के लिए बड़ी परेशानी उठानी पड़ रही है। लेबर लगाकर पानी मंगवाना पड़ रहा है। पानी के कारण प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान पर भी पलीता लग रहा है। लोग शौचालय का प्रयोग भी नहीं कर रहे हैं। अपितु खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।
एक ओर राज्य सरकार जल जीवन मिशन के तहत हर घर को 1 रुपये में पानी का कनेक्सन देनी की बात कर रही है। वही राज्य सरकार को पुरानी पेयजल योजनाएं पूरी तरह बीमार पड़ रही है। जब अभी ये हालात है तो आने वाली गर्मियों में क्या हालत होंगे?
ग्रामीणों का कहना है कि, उन्होनें विधायक दिलीप सिंह रावत, ब्लॉक प्रमुख दीपक भण्डारी, विभाग के अधिकारियों को कई बार सूचित कर दिया पर किसी ने भी हमारी समस्या को दूर नही किया।
आपको बता दें कि, जिस योजना से यहाँ पानी आता था वो 50 साल पहले बनी थी, तब से अब तक कभी भी योजना की मरमत नही की गई। जिस कारण योजना आजकल ठप पड़ी है।