उत्तराखंड में नैनीताल का चार्ज लेते ही नवनियुक्त जिलाधिकारी धिराज गर्भयाल ने बताया कि उनकी प्राथमिकता में नैनीताल को कुमाऊं संस्कृति का चेहरा बनाने की कोशिश की जाएगी । इसके लिए उन्होंने बताया कि नैनीताल में हैरिटेज मार्ग विकसित कर तल्लीताल और मल्लीताल रिक्शा स्टैंड को सुंदर बनाया जाएगा ।
नैनीताल के जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के बाद आई.ए.एस.धिराज गर्भयाल ने नैनीताल कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी प्राथमिकताओं के बारे में बताया । पौड़ी का जिलाधिकारी रहते हुए लोकप्रिय और प्रशंसनीय काम करने के बाद धिराज को नैनीताल जिलाधिकारी की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी । जिलाधिकारी ने देर रात कार्यभार ग्रहण कर आज प्रेस के माध्यम से अपनी योजनाओं के बारे में बताया । उन्होंने बताया कि वो हॉर्टिकल्चर, पर्यटन, इंटीग्रेटेड फार्मिंग, कीवी फार्मिंग, फिशरीज, एनिमल हज़्बेनड्री, एस्ट्रो ट्यूरिज्म आदि को धरातल में लाने की कोशिश करेंगे ।
इसके अलावा हल्द्वानी में बढ़ती ट्रैफिक समस्या के लिए कालाढूंगी और मुखानी चौराहों का सर्वे कर वहां ओवर ब्रिज, अंडर वे, फ्लाई ओवर आदि की संभावना पर गौर किया जाएगा । जिलाधिकारी ने ये भी कहा कि मल्लीताल में राम सेवक सभा भवन को भी कुमाऊनी कल्चर से संवारने की पहल की जाएगी । जिलाधिकारी ने रोजगार पर बोलते हुए कहा कि उनका मकसद अधिकतम युवाओं को रोजगार देना है और इसके लिए इन नीतियों को जल्द अमल में लाया जाएगा ।