नंदप्रयाग घाट डेढ़ लेंन सडक की मांग को लेकर विधानसभा घेराव के लिए गए आन्दोलनकारियो पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के बाद अब मुकदमे भी दर्ज किए गए है।जिसमे क्षेत्र के लोगो और महिलाओ समेत आन्दोलन को समर्थंन दे रहे लोगो के ऊपर भी आईपीसी की धराओ में मुकदमे दर्ज किए गए है।
38 आन्दोलनकारियो के ऊपर हुए मुक़दमें के विरोध में घाट क्षेत्र में स्थानीय लोगो के द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला जलाया गया।आन्दोलनकारी चरण सिंह नेगी ने कहा कि सरकार के इशारों पर मुकदमे दर्ज किए गए है।कोई भी आन्दोलनकारी अपनी जमानत नही करवाएगा,और अगर पुलिस आन्दोलनकारियो को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी तो जेल के अंदर ही आन्दोलन और भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।पुतला जलाने वालो मे महाबीर सिंह, रघुबीर सिंह,अनसूया रतूड़ी,मोहनलाल ,प्रकाश मेंदोली,सुरेंद्र नेगी,राजेन्द्र नेगी,सरस्वती देवी, अम्बी देवी,आदि लोग मौजूद थे।
92वे दिन भी जारी रहा आन्दोलन,गंडासू गांव के पूर्व सरपंच मोहन सिंह ने भी शुरू की भूखहड़ताल।
नंदप्रयाग घाट डेढ़ लेंन स्डक चौडीकरण की मांग को लेकर आज 92 दिन भी आन्दोलन जारी रहा,जबकि भूखहड़ताल के 56वे दिन गंडासू गाँव के मोहन भंडारी ने भी धरनास्थल पर बैठकर भूखहड़ताल भी शुरू कर दी है।वंही मोहन दानू,राजेन्द्र कठैत,कृष्णा मेंदोली,राम सिंह रावत भूखहड़ताल पर डटे है।