प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल के कुशल नेतृत्व में महत्वपूर्ण द्विपक्षीय समझौते!

रिपोर्ट/विजेन्द्र राणा 

दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में फ्रांस दूतावास के स्टेशन कुंजा तथा एमानुएल नंबर दामिया ने दून विश्वविद्यालय में संचालित फ्रेंच भाषा के साथ-साथ अन्य विषयों जैसे जलवायु परिवर्तन ग्लेशियर हिमालय इत्यादि विषयों के साथ फ्रांस के विश्वविद्यालय में शोध एवं अध्ययन हेतु द्विपक्षीय समझौतों के संदर्भ में फ्रांस दूतावास के अधिकारियों ने काफी दिलचस्पी दिखाई और कुलपति प्रोफेसर सुरक्षा डंगवाल से इन विषयों में शोध व अध्ययन हेतु निकट भविष्य में करार की पेशकश की|

फ्रांस के अधिकारियों ने बताया कि, उनके विश्वविद्यालय में अध्ययन हेतु छात्रों को फैलोशिप फॉर छात्रवृत्ति योजनाएं भी संचालित है| जिनका यह विद्यार्थी लाभ ले सकते है|जो वहां के विश्वविद्यालय में अध्ययन के इच्छुक है|

कुलपति प्रोफेसर डंगवाल ने कहा कि, दून विश्वविद्यालय प्रांत भाषा के साथ कई विदेशी भाषाओं का अध्ययन कराया जाता है | हिमालय क्षेत्र में शोध व अध्ययन के लिए डॉक्टर नित्यानंद केंद्र भी स्थापित है| विकास के मानक निर्धारित करने में सहायता मिलेगी|

इस अवसर पर प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ने कहा कि, आज एक शोध का विषय है और इसको समझना आवश्यक है कि, उत्पादकता बहुत बड़े पैमाने पर प्रभावित हो रही है| क्षेत्र में बड़ी संख्या में मानव संसाधनों का रोजगार की तलाश में एक बड़ी चुनौती है| मानसून में परिवर्तन सूखा पेयजल संकट दैनिक जीवन की समस्याएं भी जुड़ी है और उसके समाधान के लिए एक संयुक्त करने की आवश्यकता है| इसके लिए विश्वविद्यालयों को आगे आना होगा, तब वैज्ञानिक ने कहा कि, जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है|

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