सेब के पेड़ों को बंदरों से बचाने के लिए आदेश जारी कर पुलिस के जवान तैनात किए जा रहे हैं ।
उत्तराखंड में जहां चाहे सड़क चौराहों पर पुलिसकर्मी कम पड़ जाये लेकिन साहब लोगों के घर में लगे एक सेब के पेड़ की सुरक्षा के लिए पुलिस अधिकारी गार्ड तैनात कम नहीं होने चाहिए ।
मामला उत्तराखंड के एक जनपद की पुलिस का है, जहां सेब के पेड़ों को बंदरों से बचाने के लिए आदेश पत्र जारी कर दिया गया । साहब के सरकारी आवास में लगे सेब के पेड़ों की सुरक्षा के लिए कोई माली नहीं, बल्कि पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे।
इस संबंध में बकायदा सरकारी पत्र जारी किया गया है जिसमें लिखा है कि, साहब के घर पर लगे सेब के पेड़ों पर लगे फलों को बंदर नुकसान पहुंचा रहे हैं, अतः यहां जल्द से जल्द सेब के फलों को बचाने के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएं।
साथ ही पत्र में खास तौर पर कहा गया है कि, सेब के फलों की सुरक्षा में यदि कोई भी कोताही बरती गई तो सुरक्षा गार्डों को दंड के लिए भी तैयार रहना होगा।
अब सवाल यह उठता हैं कि,क्या शासन अब पुलिस के जवानों को पुलिस बल में सेब के पेड़ों को बंदरों से बचाने के लिए भर्ती कराती हैं ।