कुमार दुष्यंत /हरिद्वार
हरिद्वार।आप हरिद्वार की इस प्रतिमा को तो जरुर पहचानते होंगे! स्टेशन के ठीक सामने सडक के बीचोंबीच लगी हुई भोलेनाथ की यह प्रतिमा गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति का ध्यान आकृष्ट करती है।लेकिन यह महज प्रतिमा ही नहीं है।इससे हरिद्वार नगर पालिका का गौरव भी जुडा है।निगम अब अपनी इस शान के जीर्णोद्धार पर पचास लाख रुपए खर्चने जा रहा है।
हरिद्वार में स्टेशन के ठीक सामने लगी हुई भोलेनाथ की धवल प्रतिमा हर किसी को मोह लेती है।शिव का यह स्वरूप हरिहर कहलाता है।पौराणिक कथाओं के अनुसार विषपान के बाद जब भोलेनाथ व्याकुल हुए तो उन्होंने यह रुप धरा।भोलेनाथ की यह प्रतिमा हरिद्वार में जहां लगी है।उसे भोलेनाथ के ही नाम से शिवमूर्ति के नाम से जाना जाता है।लेकिन धर्मनगरी की यह मूर्ति मंदिरों की इस नगरी के अन्य शिवालयों से काफी अलग है।यह प्रतिमा 1958 में उतर प्रदेश में स्वच्छता में अव्वल रहने पर यूपी सरकार द्वारा हरिद्वार नगर पालिका को सम्मान के रुप में प्रदान की गयी थी।
पिछले पांच दशकों में अब ये प्रतिमा हरिद्वार की पहचान बन गयी है।क्योंकि प्रतिमा से हरिद्वार नगर निगम का गौरवशाली अतीत जुडा हुआ है।इसलिए नगर निगम अब इसका जीर्णोद्धार कराने जा रहा है।
मेयर मनोज गर्ग के अनुसार इस प्रतिमा को कुछ उंचा उठाकर इसको ओर भव्यता प्रदान की जाएगी।इस कार्य के लिए नगर निगम ने पांच लाख रुपए की प्रारंभिक सहमति प्रदान कर दी है।मेयर का कहना है यह प्रतिमा हरिद्वार का सम्मान व पहचान है।यदि इसके जीर्णोद्धार पर पचास लाख का खर्च भी आएगा, तो किया जाएगा।नगर आयुक्त नितिन भदौरिया ने इस कार्य के लिए रुड़की आईआईटी का सहयोग लेने पर सहमति प्रदान की है।इस स्थल के जीर्णोद्धार के बाद यहां का परिदृश्य काफी कुछ बदल जाएगा।