हंगामे की भेंट चढ़ी जिला पंचायत की बैठक
हाथा-पाई और गाली-गलोच के बाद पंहुची सदन मे पुलिस
कौन चट कर गया माघ मेले के 8 लाख !
आपस मे उलझे सदस्यः ठप्प पड़ा विकास
गिरीश गैरोला// उत्तरकाशी
उत्तरकाशी जिला पंचायत मे सदस्यों की आपसी रार, विकास कार्यो पर भारी पड़ती दिख रही है। पंचायत चुनाव से ही अध्यक्ष पद को लेकर हुई गुट बाजी के अब तक कई रूप सामने आ चुके हैं। सदन मे फर्श पर अर्ध नग्न प्रदर्शन और लेकर राज्य वित्त के बँटवारे और योजनाओं मे घोटाले के आरोप–प्रत्यारोप के बाद मामला न्यायालय के द्वार तक भी पहुंचा परन्तु कोई हल निकलता इससे पहले अविविस्वास प्रस्ताव लाकर अध्यक्ष का तख़्ता पलट की नाकाम कोशिश के बाद अब मामला गाली-गलोच और हाथा पायी तक पहुच कर लोकतंत्र की गरिमा को तार-तार कर रहा है। शुक्रवार को जिला पंचायत मे हाथापाई और गाली – गलोच के बाद दो जिला पंचायत सदस्य और एक अन्य कुल तीन के खिलाफ उत्तरकाशी कोतवाली मे मुकदमा दर्ज हो गया है।
अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद से गुट बाजी की भेंट चढ़ी जिला पंचायत मे विकास के काम ठप्प पड़े हैं और सदस्य आपस मे उलझे हुए हैं।अध्यक्ष जिला पंचायत की शिकायत पर सदन मे पंहुची पुलिस कार्यवाही के बाद जमकर हुए हंगामे के बाद एक घंटे के लिए सदन स्थगित करना पड़ा। एक घंटे बाद भी सदन का कोरम पूरा नही होने के चलते बैठक सम्पन्न नहीं हो सकी।
अध्यक्ष जिला पंचायत जशोधा राणा ने जिला पंचायत सदस्य नौगांव विमला रावत और उनके पति मातवर सिंह रावत पर उनके कक्ष मे घुस कर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। अध्यक्ष की शिकायत के बाद मौके पर पंहुची पुलिस को देख कर कुछ सदस्य भड़क गए उन्होने इसे निर्वाचित सदस्यों की गरिमा का हनन बताते हुए सदन की बैठक का बहिष्कार कर दिया।
जिला पंचायत सदस्य नौगांव विमला रावत ने बताया कि उनके पति बीमार हैं और दवा लेने के लिए उत्तरकाशी आए थे और जिला पंचायत भवन तक उन्हे छोड़ने के लिए पहुंचे थे और उन्हे जबरन फंसाया जा रहा है।
जिला पंचायत सदस्य दीपक बिजल्वाण ने अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगते हुए बताया कि उनके द्वारा उच्च न्यायलय के माध्यम से अध्यक्ष जिला पंचायत को नोटिस भेजा गया है। अध्यक्ष द्वारा खुद को सदन मे बार-बार दलाल की संज्ञा से संबोधित किए जाने से आहत सदस्य दीपक बिज्लवान ने कोर्ट के नोटिस के माध्यम से जिला पंचायत के कई घोटालों पर जबाब मांगा है।
सदस्य दीपक बिज्लवान ने धार्मिक माघ मेले मे भी घोटाला करने का आरोप लगाते हुए बताया कि जिला पंचायत द्वारा माघ मेला आयोजन से महज ढाई लाख का फायदा दिखाया गया जबकि यही मेला जब जिला प्रशासन द्वार आयोजित किया गया तब पूरे साढ़े 10 लाख का फ़ायदा हुआ है।
वहीं अध्यक्ष जिला पंचायत जशोधा राणा ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत सदस्य के पति जो वन विभाग की सरकारी सेवा मे हैं ने उनके कक्ष मे आकर बदतमीजी की है। उन्होने आरोप लगाया कि एक करोड़ 94 लाख 67 हजार के घोटाले मे सफल न होने पर कुछ सदस्य अविसवास प्रस्ताव लाकर उनकी उनकी कुर्सी पलटना चाहते थे, जिसकी पूरी शिकायत सीएम,मुख्य सचिव और विभागीय मंत्री से करने के बाद कुछ सदस्य बिलबिला गए हैं।
जिला पंचायत सदस्यों की आपसी खींचतान के बाद नित नए आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं वहीं विकास के काम ठप्प पड़े हुए हैं और मतदाता हैरान परेशान हैं कि आखिर उनसे कहां चूक हो गयी!!