कुमार दुष्यंत//
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि मौजूदा राज्य सरकार विकास और जन-कल्याण के मौर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है। ऐसी सरकार का यदि मूल्यांकन किया जाए तो उसे दस में से सिर्फ एक ही नंबर मिलेगा। ‘पर्वतजन’ से एक विशेष वार्ता में त्रिवेन्द्र सरकार के अबतक के कार्यकाल पर टिप्पणी करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार में प्रशासनिक दृढ़ता तो है लेकिन जन कल्याण की योजनाओं व प्रदेशहित के भावी कार्यक्रमों के नाम पर ये सरकार शून्य है।
हरीश रावत का यह भी कहना है कि उत्तराखंड में ‘डबल ईंजन’ का फार्मूला पूरी तरह से फेल हो गया है। डबल ईंजन यहां सात महीनें बाद भी सिर्फ घरघरा ही रहा है।हांलाकि प्रदेश की जनता को अब डबल ईंजन सरकार चुनने के अपने निर्णय पर अफसोस हो रहा होगा। लेकिन अब जनता के पास पांच साल तक इस सरकार को झेलने के सिवा कोई चारा नहीं है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार कर लौटे हरीश रावत ने कहा कि मोदी जी का मैजिक अब उतार पर है और जनता अब उनसे सवाल करने लगी है। उन्होंने यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया तो 2019 में उन्हें भी व उनकी पार्टी को भी इसकी कीमत चुकानी पडे़गी।
उन्होंने पर्वतजन से अपने मन की बात साझा करते हुए कहा कि हरीश रावत चुनाव जरुर हारा है लेकिन हिम्मत नहीं! आज की राजनीति में क्योंकि टिके रहने के लिए संसाधनों का होना जरुरी है। जो उनके पास नहीं हैं। इसलिए उन्होंने अब आगे चुनाव न लडने का ऐलान किया है लेकिन वह पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। जिसके परिणाम 2019 व 2022 में सबके सामने होंगे।