सब्जी मंडी पर चला पालिका का डंडा
अवैध निर्माण तोड़ा। सब्जी मंडी के भविष्य पर पालिका क्यों है चुप!
गिरीश गैरोला// उत्तरकाशी
उत्तरकाशी जनपद मे गंगोत्री राजमार्ग से लगे विवादित सब्जी मंडी मे अवैध निर्माण को रोकने गए नगर पालिका ईओ को गाली देना खोका संचालिका महिला को भारी पड़ा। तहसीलदार और पुलिस की मौजूदगी मे पालिका ने अवैध निर्माण को हटाते हुए अन्य लोगों को भी भविष्य मे कानून का पालन करने का पाठ तो पढ़ाया किन्तु सब्जी मंडी की स्थायी दुकानों को पक्का करने के एवज मे लिए गए लाखों रु से सब्जी मंडी किधर बसाई जाएगी इस पर चुप्पी साध ली है।
वर्ष 2003 मे वरुणावत पर्वत त्रासदी से पूर्व रामलीला मैदान के पास गंगोत्री राजमार्ग पर जिला पंचायत और नगर पालिका की दुकानें थी जो आपदा की भेंट चढ़ गयी थी। पूर्व मे इस स्थान पर नगर पालिका ने सब्जी मंडी को अस्थायी तौर पर बसाया तो खोखा धारकों ने यहां पालिका से उनकी दुकानों को पक्का करने की मांग की और पालिका ने भी सब्जी मंडी के प्रत्येक खोखा धारक से एक से दो लाख की धनराशि लेकर उसी स्थान पर स्थायी दुकान बनाने का भरोसा दिया था।
खबर मिलते ही वरुणावत आपदा पीड़ित मौके पर पहुंचे थे।और पालिका से अपनी दुकान की मांग की थी। विवाद बढ़ने पर जिला प्रशासन की मध्यस्थता मे ये तय किया गया था कि सब्जी मंडी को अन्यत्र बसाया जाएगा और अग्रिम आदेश तक मंडी की दुकानों मे कोई भी नया निर्माण नहीं किया जाएगा। और बने हुए निर्माण मे कोई भी परिवर्तन भी नहीं किया जाएगा।
बुधवार को खोखा संचालिका ने भरी दोपहरी मे अपने खोके मे अतिरिक्त निर्माण शुरू कर दिया। जिसे पालिका के अधिशासी अधिकारी सुशील कुमार कुरिल ने मौके पर जाकर रोकने के निर्देश दिये।
सूत्रों की माने तो महिला और अधिकारी के बीच इस बात पर जमकर गाली-गलोच हुई। गुस्साये ईओ ने जिला प्रशासन की मदद से पालिका कर्मियों को साथ लेकर अवैध निर्माण हटा दिया।