उत्तराखंड की नौकरशाही के अजब गजब कारनामे सामने आते ही रहते हैं। जो नया मामला सामने आया है उसके अनुसार डीजी हेल्थ डॉक्टर विनीता साहनी बिना किसी अनुमति के एक रेडियोलॉजिस्ट को सीएमएस बना दिया। जिसका पता लगते ही स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने तत्काल प्रभाव से उसे पोस्टिंग से रद्द कर दिया साथ ही मामले पर जांच भी बैठा दी।
डीजी हेल्थ डॉ विनीता शाह ने शासन की मंजूरी लिए बिना ही काशीपुर (UDN) में LD भट्ट अस्पताल में Radiologist डॉ खेमपाल को CMS खुद ही बना दिया। सचिव डॉ R राजेश कुमार को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने पोस्टिंग रद्द कर दी साथ ही डॉ शाह को हफ्ते भर में सफाई देने के निर्देश देते हुए शासन स्तर पर इसकी जांच भी बिठा दी।
समिति का अध्यक्ष अपर सचिव अमरजीत कौर को बनाया है।समिति में Under Secretary जसविंदर कौर और सुनील डोभाल भी शामिल किए गए हैं।
अपर सचिव की तरफ से DG को दिए निर्देश में कहा है कि अगर हफ्ते भर में स्पष्टीकरण का लिखित जवाब नहीं मिला तो शासन ये मान लेगा कि उनको कुछ नहीं कहना है.फिर शासन खुद ही फैसला लेगा।
अहम सवाल यहां यह खड़ा होता है कि आखिर शासन में बैठे अधिकारी किसकी सह पर इस तरह के फैसले लेते हैं!