पर्वतजन न्यूज़ कुमाऊं
हल्द्वानी कार्तिक उपाध्याय
वर्तमान समय में उत्तराखंड में विभिन्न विभागों में नियुक्ति दे रही आउटसोर्सिंग कंपनी टीडीएस के कुछ कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त है,ऐसी जानकारी प्राप्त हो रही है।
पता चला है कि टीडीएस के कर्मचारियों द्वारा नौकरी के बदले अभ्यर्थी से पैसे लिए जा रहे हैं।
अस्पताल से जुड़े एक महत्वपूर्ण पद नर्सिंग अधिकारी की भर्ती हेतु टीडीएस कंपनी के कर्मचारी द्वारा ऑनलाइन पैसा अपने पेटीएम पर मांगा जा रहा है,जिसमें 20000 रूपये पहले और बचे 10000 जॉइनिंग लेटर हाथ में आ जाने के बाद देने की बात सामने आ रही है।
कर्मचारी से बात करने पर उसने कहा कि उससे यह गलती से हो गया और अब उन्होंने पैसा लेना बंद कर दिया है,कंपनी द्वारा बोला गया था आप उन्हीं से बात करिए।
इस संदर्भ में जब टीडीएस के उच्च अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कल उनकी जानकारी में यह बात आई है और अभ्यर्थियों का पैसा जल्द वापस किया जायेगा और उन्होंने बताया कि भर्ती हेतु सिर्फ रजिस्ट्रेशन फीस लगभग 1180 रुपया ही lअभ्यर्थी को देना होता है ।
परंतु महत्वपूर्ण सवाल यह है कि छोटे से राज्य में भ्रष्टाचार इस व्यापक स्तर पर फैल चुका है, जिसका अंदाजा लगाना अब बहुत कठिन हो चला है। आउटसोर्सिंग कंपनी राज्य के नागरिकों के हित के लिए नहीं बल्कि उनका शोषण करने के लिए राज्य के भीतर काम कर रही है ऐसा लगता है।