परिवहन विभाग मे तीन की ज़िम्मेदारी निभा रहा आधा अधिकारी
एआरटीओ उत्तरकाशी का मामला
चरधाम यात्रा मार्ग पर हादसो को रोकने के सरकारी प्रयासों पर उठे सवाल
गिरीश गैरोला// उत्तरकाशी
गंगोत्री यमनोत्री हाइ वे समेत ग्रामीण लिंक सड़कों पर चाकचौबन्द परिवहन व्यवस्था के लिए विभाग कितना तैयार है, इसकी बानगी उत्तरकाशी मे देखिये!
आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील जनपद मे हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रह है किन्तु हादसों पर रोक समेत परिवहन व्यवस्था के लिए तीन अधिकारियों के स्थान पर महज आधा अधिकारी ही तैनात किया गया है!
आधा इस सेंस मे कि ऋषिकेश मे तैनात एआरटीओ कुलवंत चौहान को ही उत्तरकाशी की भी अतिरिक्त ज़िम्मेदारी दी गयी है। लिहाजा वह हफ्ते मे तीन दिन ऋषिकेश तो तीन दिन उत्तरकाशी मे ड्यूटि निभा रहे हैं। और ये तब है जब उत्तरकाशी से ऋषिकेश की दूरी 170 किमी है, वह भी पहाड़ी मार्ग पर।
हाल ही मे उत्तरकाशी की यमुना घाटी के कुर्सिल मे सड़क दुर्घटना मे दो लोगों की मौत और गंगोत्री हाइ वे पर बंदरकोट के पास ट्रक दुर्घटना मे 5 लोगों के घायल होने के बाद हरकत मे आए उत्तरकाशी जिला प्रसशन ने मुख्य मार्ग सहित ग्रामीण लिंक मार्ग पर भी संबन्धित विभागों को वाहन चेकिंग के निर्देश दिए।
उत्तरकाशी के डीएम डॉ आशीष कुमार चौहान के निर्देश पर सोमवार को थाना अध्यक्ष ,सीओ, एआरटीओ और एसडीएम ने अलग – अलग स्थानों पर सड़क पर उतरे और चेकिंग अभियान चलाया और 76 वाहनों के चालान किए गए हैं। जिसमे 6 वाहन कोई भी प्रपत्र नहीं दिखाने पर सीज हुए हैं , 4 नाबालिग बच्चों के वाहन सीज किए और 4 के डीएल निरस्त करने की संस्तुति की गयी है।
लंबे समय से बिना सिपाहियों के चेकिंग करते हुए उत्तरकाशी को हाल मे ही प्रवर्तन पर्यवेक्षक के रूप मे एक कर्मचारी जेठु सिंह मिले हैं, जबकि जनपद मे एक एआरटीओ के साथ 1 टीटीओ 1 और एक टीटीओ 2 के साथ चार कांस्टेबल और एक हैड कांस्टेबल के पद स्वीकृत हैं। अब तीन अधिकारियों की ज़िम्मेदारी आधा अधिकारी कैसे निभाए ? पूर्व मे धरासु-गंगोत्री मार्ग पर सड़क दुर्घटना मे 30 लोंगों के मारे जाने के बाद दौरे पर आए तत्कालीन परिवहन सचिव उमाकान्त पँवार ने पर्वत जन को भरोसा दिलाया था कि जल्द ही परिवहन विभाग मे स्टाफ की कमी पूरी की जाएगी। किन्तु उनके वीआरएस लेने के बाद स्थिति मे कोई परिवर्तन नहीं आया है।