ब्रेकिंग न्यूज़(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड में नैनीताल के आग प्रभावित महेशखान क्षेत्र का जायज़ा लेने के लिए पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद अजय भट्ट प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। उन्होंने आग बुझाने के कार्यों पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि नैनीताल व आसपास सुरक्षित है और पर्यटक उनकी गारंटी में बेझिझक पहुंच जाएं। कहा कि लापरवाही से फेंकी गई जलती सिगरेट से भी सूखे जंगल में आग लग जाती है।
नैनीताल के जंगलों में पिछले 6 दिनों से भीषण आग लगी हुई है। इसे बुझाने के लिए पहले वन विभाग के साथ दमकल विभाग ने काम किया और फिर वायुसेना का हैलीकॉप्टर और आर्मी के जवानों ने पाइंस, लड़ियाकांटा और हाईकोर्ट कॉलोनी के समीप के जंगलों की आग बुझाई। रविवार से एन.डी.आर.एफ.ने भी महेश खान और भूजियाघट में वनाग्नि रोकने का काम शुरू कर दिया है। मीडिया में वनाग्नि की बेतरतीब खबरें चलने के बाद कई पर्यटकों ने यहां आने की अपनी बुकिंग कैंसिल कर दी। पूर्व मंत्री को हालात सुधारने के लिए आज अपनी गारंटी के साथ मीडिया के माध्यम से आगे आना पड़ा।
भवाली रेंज के रेंज ऑफिसर(आर.ओ.)विजय मेलकानी के अनुसार उनके क्षेत्र में एन.डी.आर.एफ.के 31 और पी.आर.डी.के 17 जवान वन कर्मचारियों की मदद के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने ये भी बताया कि रवीवार की तेज आग का प्रवाह देखते हुए 10 मजदूर भी आग बुझाने के लिए बुलाए गए। विभाग ने इन कर्मचारियों और मजदूरों को इधर से उधर लाने और ले जाने के लिए दो अतिरिक्त वाहन फायर सीजन के लिए किराए पर लिए हैं।
पूर्व केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री और सांसद अजय भट्ट ने मौके का मुआयना किया। इस दौरान उनके साथ डी.एफ.ओ.चंद्रशेखर जोशी, एस.डी.ओ.राजकुमार और एन.डी.आर.एफ.के अधिकारी मौजूद रहे।