उत्तराखंड में UKPSC द्वारा कराया गया AE-JE परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में एसआइटी ने UKPSC के अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार और दो दलालों को गिरफ्तार किया है।
उनके कब्जे से अभ्यर्थियों से गारंटी के तौर पर लिए गए विभिन्न बैंकों के खाली चेक बरामद हुए हैं। भाजपा नेता और पूर्व मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल अभी भी फरार चल रहा हैl
एसआइटी को अप्रैल-मई 2022 में हुई जेई व एई परीक्षा में गड़बड़ी का पता लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में पूछताछ के दौरान चला था। जांच के बाद शुक्रवार को एसआइटी ने नौ आरोपितों के खिलाफ कनखल थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
Ukpsc के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी समेत पांच आरोपित लेखपाल भर्ती पेपर लीक मामले में पहले से ही जेल में बंद है। जबकि चार आरोपित फरार थे।
एसआइटी ने शनिवार को आयोग के एक अन्य अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार निवासी लोक सेवा आयोग कालोनी कनखल, हरिद्वार और नितिन चौहान निवासी ग्राम आन्नेकी, सिडकुल हरिद्वार व सुनील सैनी निवासी पूर्वावाला लक्सर को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि तीनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। जेई व एई परीक्षा का पेपर खरीदने वाले अभ्यर्थियों के नामों का भी एसआइटी को पता चल गया है। अभी तक की पड़ताल में अभ्यर्थियों की संख्या 50 के आसपास हो गई है।
एसआइटी की पूछताछ में संजीव कुमार ने बताया कि उसने संजीव चतुर्वेदी को 28 लाख रुपये में पेपर बेचा था। इसके बाद की कहानी में बाकी किरदार संजीव चतुर्वेदी ने शामिल किए और सबने अपना-अपना कमीशन जोड़कर मोटा मुनाफा कमाया।
वहीं, गिरफ्तार नितिन व सुनील के अलावा भाजपा नेता संजय धारीवाल ने दलाल की भूमिका निभाते हुए अभ्यर्थियों से सौदा कराया था।