अनुज नेगी
पौड़ी। अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद अब प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगने सुरु हो गए है।
यमकेश्वर तहसील के गंगा भोगपुर स्थित वनत्रा रिजॉर्ट कहीं वर्षो से अवैध रूप से संचालित हो रहा था।जिसका खुलासा पर्यटन विभाग ने आज खुद किया है।
अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद पौड़ी प्रशासन की नींद जागी है। पर्यटन विभाग को आज पता चला है कि यमकेश्वर तहसील क्षेत्र के गंगाभोगपुर का वनंत्रा रिजॉर्ट प्रशासन को ठेंगे पर रखकर संचालित हो रहा था।
रिजॉर्ट उत्तराखंड सरकार की पर्यटन नीति के मानकों को दरकिनार करते हुए गंगा भोगपुर में रिजॉर्ट संचालित हो रहा था।
बातादें कि जिस रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या हुई है, वह रिजॉर्ट पर्यटन विभाग के मानकों के बगैर ही संचालित किया जा रहा था।
इस रिजॉर्ट के पास होटल संचालित करने का लाइसेंस ही नहीं था।पौड़ी पर्यटन विभाग की माने तो इस मामले में रिपोर्ट आने के बाद यह साफ हो गया है कि यह रिजॉर्ट मानकों के विपरीत संचालित हो रहा था। रिपोर्ट में वनंत्रा रिजॉर्ट का पंजीकरण टूरिस्ट यूनिट के रूप में रजिस्टर्ड नहीं है।
आपको बातादें कि किसी भी होटल और रिजॉर्ट को संचालित करने के लिए पर्यटन विभाग से पंजीकरण कराना अनिवार्य है।
पर्यटन गतिविधियों से जुड़े किसी होटल या रिजॉर्ट को संचालित करने के लिए उत्तराखंड पर्यटन एवं यात्रा व्यवसाय पंजीकरण नियमावली के तहत पंजीकरण करवाना पड़ता है।
पंजीकरण के लिए फायर की एनओसी के साथ ही भूमि संबंधी दस्तावेज, भूमि का नक्शा, सर्विस टैक्स, पैन सहित अन्य औपारिकताएं की जानी जरूरी होती है।
वहीं अब अंकिता हत्याकांड के बाद प्रशासन पर गंभीर आरोप लगने लगे है, क्या ऐसे होटल,रिजॉर्टओ में प्रशासन की चाय पानी की व्यवस्था होती है।आखिर प्रशासन को इसकी भनक तक क्यों नही थी।