सतपुली: बात सरकारी योजनाओं की है। अक्सर देखा गया है कि जिसको जरूरत होती है उसको तो लाभ नहीं मिलता , और जिसकी पंहुच स्थानीय जनप्रतिनिधियों तक होती है या फिर जिसने जनप्रतिनिधियों के चुनाव के समय उनकी चापलूसी की हो उसको तुरन्त मिल जाता है।
योजना चाहे आवास की हो या स्वरोजगार की, सभी के पहाड़ों में बुरे हाल है। यही कारण है कि अब पहाड़ के लोगों का सरकारी तंत्र से विश्वास उठ रहा है।
जानकारी के अनुसार सरकार के द्वारा आवास योजना के लिए धन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिस कारण आवास योजना विगत कुछ वर्षों से ठप्प पड़ी है।
बात जनपद पौड़ी गढ़वाल ब्लॉक ज़हरीखाल के ग्राम सभा लवाड़ पोस्ट खैरासैन के मलेठी के गबर सिंह की है, जिनका मकान वर्ष 2011 में आपदा में टूट गया था, लेकिन उनको सरकार से कोई मदद नही मिली।
उनके द्वारा मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी व अन्य कई अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। मौके पर पटवारी जी आये पर केवल कागजी कार्यवाही तक ही सीमित रह गया। सबसे बड़ी बात तो यह है कि मुख्यमंत्री जी के गांव के बगल में रहता है गबर सिंह। कई बार मुख्यमंत्री सहित कई सरकारी अफसर यहां आते रहे हैं, पर किसी ने गबर सिंह की स्थिति से उनको अवगत नही कराया।
गबर सिंह की पत्नी का देहांत हो चुका है उनके दो बेटे है एक किसी शहर में रहकर बमुश्किल अपना पेट पाल रहा है। दूसरा गबर सिंह के साथ ही रहता है। गबर सिंह गरीब है, जिस कारण शायद सरकारी तंत्र या जनप्रतिनिधियों की इस पर नजर नहीं जाती।
फिलहाल सरकार के द्वारा किसी भी आवास योजना के लिए धन आवंटित नही किया जा रहा है जब योजना के लिए धन उपलब्ध होगा तो नियम के अनुसार उन सभी लोगो को आवास योजना का लाभ मिलेगा जिनके पास आवास नही है
————दीपक भडारी ब्लॉक प्रमुख ज़हरीखाल