कृष्णा बिष्ट
आजकल वह अपनी नाराजगी का फेसबुक पर भी खुलकर इजहार कर रहे हैं। कैलाश पंत ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि “कांग्रेस में हरीश रावत की जो स्थिति है, ठीक वही स्थिति उनकी हो गई है लेकिन दोनों ही अपनी पार्टी की दशा और दिशा बदलने में आज भी सक्षम हैं।”इसके साथ ही कैलाश पंत पर लिखा कोई इस बात को गंभीरता से ले या ना ले यह उन पर निर्भर है।
इससे दो दिन पहले कैलाश पंत ने अपनी एक और फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि वह “चुप है और शांत है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि वह कुछ जानते ही नहीं है।”
कैलाश पंत ने अपने समर्पण का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने “अपनी जवानी को संगठन के कार्य के लिए न्योछावर किया है और ऐसे लोग उदाहरण है।”
फेसबुक पोस्ट का स्क्रीन शाट
गौरतलब है कि वर्तमान में उत्तराखंड के संगठन महामंत्री अजय कुमार को भाजपा में ज्वाइन कराने वाले कैलाश पंत ही थे और कैलाश पंत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते हैं। किंतु उत्तराखंड में गुटबाजी में बंटी भाजपा को कैलाश पंत जैसा सक्रिय नेता संभवतः अपने लिए खतरा नजर आता है।
फेसबुक पोस्ट का स्क्रीन शाट
बंशीधर भगत को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से उत्तराखंड सरकार में किसी को भी खतरा नहीं हो सकता। इसलिए जब भी कोई सत्ता में आता है तो वह संगठन में प्रदेश अध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनाता है जो उसके लिए सिरदर्द ना साबित हो और कहीं से भी उसके लिए चुनौती ना बन सके। किंतु इस चक्कर में पार्टी का संगठन कमजोर हो जाता है और कार्यकर्ताओं में मायूसी छा जाती है। लिहाजा सरकार कैसी भी चले लेकिन बाद में सत्ता में वापसी मुश्किल हो जाती है।
कैलाश पंत भी संभवत खुद को हाशिए पर डाले जाने से इसीलिए नाराज हैं और आजकल फेसबुक पर जमकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
हालांकि व्यापक स्तर पर इसकी प्रतिक्रिया अंदर खाने होने के बाद उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दी है लेकिन इसका असर यह जरूर हुआ है कि भाजपा संगठन में अंदर खाने काफी बवाल मचा हुआ है।