भाजपा सरकार की बड़ी परियोजना अब खतरे में,किसान पुत्रों का आंदोलन बना सुर्खियां

आज धरना स्थल में सवेरे से ही क्षेत्रीय विधायक बंशीधर भगत द्वारा निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग राजस्व विभाग के साथ जंगल किनारे रिंग रोड का सर्वे करने की चर्चा थी।

आंदोलनकारी के मंच पर भी लगातार यह जानकारी अलग-अलग माध्यम से पहुंच रही थी कि क्षेत्रीय विधायक जंगल किनारे सर्वे करने के बाद आंदोलनकारी से वार्ता के लिए धरना स्थल पहुंचेंगे,लेकिन क्षेत्रीय विधायक द्वारा अधिकारियों के साथ एवं ग्रामीण जनप्रतिनिधियों के साथ जंगल किनारे सर्वे तो किया लेकिन वह आंदोलनकारी से वार्ता करने रामलीला मैदान धरना स्थल नहीं पहुंचे। 

इसके बाद धरने पर बैठे आंदोलनकारी महिलाओं और युवाओं में भारी आक्रोश पनप गया,किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति द्वारा पूर्व में रैली निकालकर कालाढूंगी विधायक को 72 घंटे के अंदर आंदोलनकारी से वार्ता करने के लिए रामलीला मैदान धरना स्थल आने की चेतावनी दी गई थी अन्यथा पुतला दहन की बात कही थी।

लेकिन आज जंगल किनारे सर्वे कर धरना स्थल के ठीक सामने 100 मीटर दूर से विधायक निकल गए लेकिन उन्होंने धरने पर बैठी महिलाओं से युवाओं से और किसानों से बात करना जरूरी तक नहीं समझ,इसके बाद आंदोलनकारीयों ने उसी समय कालाढूंगी विधायक मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए प्रतीकात्मक पुतला दहन कालाढूंगी विधायक का किया,आंदोलनकारी महिलाओं ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजे की।

इस दौरान किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति के संस्थापक अध्यक्ष कार्तिक उपाध्याय ने कहा कि बड़ा सवाल यह है कि क्षेत्र की जनता क्षेत्र के किसान महिलाएं यहां धरने पर हैं लेकिन आखिर ऐसा क्या डर है कि विधायक उनके ठीक सामने सड़क से निकलते हैं लेकिन सामने आने की हिम्मत नहीं करते,आखिर विधायक आंदोलनकारीयों से भाग क्यों रहे हैं इसका जवाब आंदोलनकारी ढूंढ कर रहेंगे। 

समिति के उपाध्यक्ष निक्की दुर्गापाल ने कहा कि आज हमें पूरी उम्मीद थी कुछ समाधान निकलेंगे,क्योंकि विधायक जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों को साथ लेकर जंगल किनारे सर्वे कर रहे थे उसके बाद यहां पहुंचेंगे,लेकिन उन्होंने न सिर्फ हम आंदोलनकारीयों को अनदेखा किया बल्कि जो जनप्रतिनिधि उनके साथ घूम रहे थे उनका भी विधायक ने जनता की नजर में कोई मान सम्मान नहीं रखा। 

समिति के सचिव लक्ष्मण सिंह बोरा लक्की ने कहा कि जब किसी व्यक्ति की बुद्धि विनाश की दिशा में चले जाती है तो वह कुछ ऐसे ही काम करता है जो वर्तमान में हमारे कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत कर रहे हैं,आंदोलन को अब और तेज किया जाएगा राजनीति की एक कुर्सी हमारे किसी काम की नहीं यह आज समझ आ गया,अब 72 घंटे एक ज्ञापन के माध्यम से नैनीताल सांसद को दिए जाएंगे अगला पुतला दहन उनका होगा। 

किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति ने यह भी स्पष्ट किया है कि उन्हें किसी भी मौखिक बात पर भरोसा नहीं है धरना ऐसे ही जारी रहेगा बल्कि और तेज किया जाएगा,जब तक खेतों से रिंग रोड सर्वे रद्द होने की लिखित सूचना प्रशासनिक अधिकारियों समिति को नहीं मिलती और जो सार्वजनिक सूचना अधिशासी अभियंता निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग द्वारा लगाई गई अखबारों में छापी गई उस पत्रांक को निरस्त नहीं किया जाता आंदोलन जारी रहेगा। 

इस दौरान धरना स्थल पर आनंद सिंह,कैलाश सिंह क्वीरा,प्रेमानंद उपाध्याय,चंदन सिंह,गोविंद रजवार कमल दुर्गापाल,हर्षित उपाध्याय,ललित मोहन जोशी,भूपेंद्र कोरंगा कुमाऊं संयोजक उत्तराखंड बेरोजगार संघ,ममता उपाध्याय,दीपा उपाध्याय,राहुल,मनीष,विपिन,कमल,कलावती भट्ट,नीरज,कविंद्र बेलवाल,सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।

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