विकासनगर में भ्रष्टाचार की बू। बीस दिन में ही टूटने लगी सड़क, विभाग पर उठने लगे कई सवाल
रिपोर्ट- सतपाल धानिया
विकासनगर। राजधानी देहरादून से महज बीस किलोमीटर दूर बनी सड़कों से ही जब भ्रष्टाचार की बू आने लगे तो दूर दराज के क्षेत्रो में क्या हालात होंगे ऐसा ही एक मामला सामने आया है डूंगा से, मांडूवाला तक बनी सड़क में डूंगा से मांडूवाला तक बनी तीन किलोमीटर लंबी सड़क बीस दिन पहले ही बनी थी, लेकिन बीस दिन में ही यह सड़क टूटनी शुरू हो गयी है। सड़क पर अभी से ही गड्ढे बनने शुरू हो गए हैं। यह हालात तब हैं जब ना ही तो कोई भारी बारिश हुयी है ओर ना ही इस सड़क से भारी वाहनो की आवाजाही है। इस सड़क पर इक्का दुक्का हल्के वाहन ही चलते हैं। लेकिन सड़क की हालत बदतर होने लगी है।
संबंधित विभाग के अधिकारियों से जब इस रोड की दुर्दशा के संबंध में फोन पर जानकारी लेनी चाही तो अधिकारियों ने फोन पर उचित जानकारी देना भी मुनासिब नहीं समझी। अधिकारियों की सड़क निर्माण में कितनी लागत आई है यह जानकारी भी नहीं है। यह हाल तब है सड़कों क़ा जब यह विभाग मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के पास है। अगर मुख्यमंत्री के विभाग में ही विकास कार्यो की स्तिथि ऐसी है तो अन्य मंत्रियों के विभागो के हालात क्या होंगे? ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में अधिकारियों पर सांठगांठ व कमीशनखोरी क़ा आरोप लगाया है।
कहा कि जब सड़क बन रही थी तभी ग्रामीणों ने सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाये थे। लेकिन अधिकारियों ने ग्रामीणों की एक ना सुनी और घटिया गुणवत्ता वाली निर्माण सामग्री से सड़क बनाकर चलते बने, ऐसा प्रतीत होता है कि, मुख्यमंत्री के अधीन लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ही मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस पर पलीता लगा रहें हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि, अगर सड़क की स्तिथि को नहीं सुधारा गया तो आंदोलन किया जायेगा। वही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से भी जिम्मेदार विभाग व ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।