मुख्य न्यायधीश रंगनाथन 28 को होंगे रिटायर। एनआईटी कैंपस पर फैसला कल
रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन आगामी 28 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनकी सेवानिवृत्ति के बाद उत्तराखंड उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि विजयकुमार मलिमथ उत्तराखंड उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश होंगे। मुख्य न्यायधीश रमेश रंगनाथन देवस्थानम बोर्ड एक्ट समेत पूर्व मुख्यमंत्री आवास और उनकी सुविधाओ जैसे मामलों पर अपना फैसला सुना चुके है।
इसके अलावा पिथौरागढ़ डिग्री कॉलेज में किताबो के लिए हुए छात्र आंदोलन का स्वतःसंज्ञान, उत्तराखंड उच्च शिक्षा विभाग में 900 से अधिक असिस्टेन्ट प्रोफेसरों की नियुक्तियों को सही ठहराया। लॉकडाउन में अभिभावकों की आनलाइन फीस व ग्राम प्रधानों को दो से अधिक बच्चे और रोड के किनारे स्थित मन्दिरो को हटाने के आदेश भी उन्होंने ही दिए थे। मुख्य न्यायधीश रमेश रंगनाथन इसके साथ कई जनहित याचिकाओं में भी सुना चुके है अपना अहम फैसला।
एनआईटी कैंपस पर फैसला
सुमाड़ी के चर्चित एनआईटी स्थाई कैंपस बनाने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका में मुख्य न्यायधीश की खंडपीठ कल अपना फैसला सुनाएगी। एनआईटी कॉलेज के पूर्व छात्र जसवीर सिंह ने नैनीताल उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की है। जनहित याचिका में कहा है कि, कॉलेज को बने हुए 9 साल बीत जाने के बाद भी एनआईटी को स्थाई कैंपस नहीं मिला जिसको लेकर छात्र काफी लंबे समय से स्थाई कैंपस की मांग कर रहे हैं । कहा कि, सरकार द्वारा उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। छात्र जिस जगह पर हैं वह बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर है और इस बिल्डिंग में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।