देहरादून मई 2025:
सीआईएमएस कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल, कुंआवाला देहरादून के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा एक दिवसीय “हैंड्स-ऑन ड्राई नीडलिंग वर्कशॉप” का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य फिजियोथेरेपी के छात्रों और प्रशिक्षकों को आधुनिक उपचार पद्धति ड्राई नीडलिंग की तकनीकों से परिचित कराना और उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ आयोजक सचिव डॉ. अंजना गुंसाई एवं सह आयोजक सचिव डॉ. नितिन भारद्वाज द्वारा किया गया, जिन्होंने वर्कशॉप की रूपरेखा और उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर हिमालयन फिजियोथेरेपी एंड स्पोर्ट्स फिटनेस एवं उत्तराखंड पैरामेडिकल काउंसिल के सदस्य डॉ. नरेश एस. परिहार मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
डॉ. परिहार ने अपने व्याख्यान में कहा कि “ड्राई नीडलिंग वर्तमान समय में मांसपेशीय दर्द और जकड़न से राहत दिलाने की एक अत्यंत प्रभावी और सुरक्षित तकनीक है।” उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं छात्रों को पाठ्यक्रम की सीमाओं से बाहर निकलकर क्लीनिकल प्रैक्टिस के लिए तैयार करती हैं।
वर्कशॉप में प्रतिभागियों को मांसपेशीय संरचना, ट्रिगर पॉइंट्स की पहचान, नीडलिंग की तकनीक और इससे जुड़ी सुरक्षा सावधानियों की जानकारी दी गई। लाइव डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से छात्रों ने इन तकनीकों को प्रत्यक्ष रूप से देखा और अभ्यास भी किया।
सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के प्रबंध निदेशक श्री संजय जोशी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा, “कॉलेज प्रशासन का उद्देश्य छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों से सशक्त करना है। हम भविष्य में भी इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन नियमित रूप से करते रहेंगे।”
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए और उन्हें इस तकनीक का जिम्मेदार और सुरक्षित उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख व्यक्ति:
सीआईएमएस कॉलेज से डॉ. रंजीत कुमार सिंह, पंकज सजवाण, डॉ. स्वाति शर्मा, डॉ. दीपिका विश्वास, शालिनी ढौडियाल, सुनील बिष्ट, नगमा नजराना, डॉ. अंशिका चौधरी, डॉ. आफिया जैदी, डॉ. मुस्कान अग्रवाल सहित फिजियोथेरेपी विभाग के 100 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। इसके अलावा, सुभारती यूनिवर्सिटी से अभिषेक, दिलशाद, युवराज सिंह, श्री गुरु राम रॉय यूनिवर्सिटी से अरुंधति, विशाल दुमका, रूपल ठाकुर, स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी से निशांत और मनीषा ने भी कार्यशाला में भाग लिया।