कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड के नैनीताल में कोरोना के लक्षण वाला एक युवक रात वनभूलपुरा स्थित अपने घर से नैनीताल घर पहुंचा। पुलिस ने देर रात पकड़कर सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा।
नैनीताल के बूचड़खाने का रहने वाला 18 से 20 वर्षीय एक युवक इन दिनों अपने दूसरे घर हल्द्वानी के वनभूलपुरा गया हुआ था। वहां से वह शनिवार रात चोरी छिपे मोटर साइकिल से भवाली और फिर पैदल नैनीताल पहुंचा। युवक सीधे अपने तल्लीताल बूचड़खाने वाले घर गया जहां उसकी माँ और परिवार के दूसरे सदस्यों ने बैरंग वापस लौटा दिया। बताया गया है कि घरवालों ने खिड़की से ही उसे वापस लौटने या पुलिस के पास जाने को कहा। इसके बाद युवक लगभग दो घंटे गायब रहा और फिर सड़क पर घूमते हुए पुलिस के हत्थे चढ़ गया। गतिविधि और वेशभूषा देखकर पुलिस वालों ने उससे दूर से जरूरी जानकारियां जुटाई।
इसके बाद अस्पताल से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाई गई वैन में डालकर अस्पताल पहुंचाया।
बी.डी.पाण्डे अस्पताल में कोरोना रोकथाम में लगे वरिष्ठ डॉक्टर एम.एस.दुग्ताल ने बताया कि संदिग्ध युवक को दूर से एहतियात बरतते हुए परीक्षण किया गया। उसमें कोरोना के सभी प्राथमिक लक्षण नजर आए, जिसके बाद पैनल ने उसे टैस्ट और इलाज के लिए हल्द्वानी भेजने का फैसला लिया। युवक की हिस्ट्री भी संदिग्ध है, क्योंकि वो हाई अलर्ट वनभूलपूरा क्षेत्र से ही भागकर यहां आया था।
युवक को एक बजे रात पुलिस की हाई सिक्युरिटी में हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल भेज दिया गया है। चिकित्सकों ने पुलिस और युवक के परिवार से भी युवक के साथ किसी कॉन्टेक्ट के बारे में पूछताछ की है। बताया कि पुलिस ने दूर दूर से युवक से बातचीत की और देर रात अस्पताल बुलाए गए परिवार ने भी दूर से संपर्क करने और कोई नजदीकी कॉन्टेक्ट नहीं होना बताया। इसके बाद सभी को होम क्वेरेंटाइन में रहने को कहा गया है। पुलिस से जब इसकी जानकारी लेनी चाही गई तो उनका फोन नंबर #9411112870 नहीं उठा।