दीपक फर्सवाण
वैश्विक महामारी ‘कोरोना’ के कारण हमारा देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है। कोविड-19 का कहर कम हो, समाज में यह वायरस ज्यादा विस्तार न ले सके, इसके प्रयास सरकार तो कर ही रही है, व्यक्तिगत स्तर पर भी लोग इसके लिये सामने आ रहे हैं। रोकथाम की इस जद्दोजहद में लगे लोगों को कोरोना वॉरियर अथवा योद्धा की संज्ञा दी गई है। कौन कोरोना योद्धा है, इसके प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। ऐसे प्रमाण पत्रों से सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म अटे पड़े हैं। मुझे न तो उन लोगों से शिकायत है जो सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं और न उनसे जो इस उपाधि से नवाजे जा रहे हैं। इस लड़ाई में हर किसी की भूमिका का स्वागत होना चाहिए।
कोरोना एक जानलेवा वायरस है। इसकी कोई वैक्सीन नहीं लिहाजा सतर्क रहकर ही हम खुद को, अपने परिवार और दूसरे लोगों को इस बीमारी से बचा सकते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि आपस में हम लोग जागरूकता फैलाकर, एक-दूसरे को रोककर-टोककर और प्रभावितों की मदद करके खुद को कोरोना वॉरियर साबित करें।
इसी सिलसिले में यहां एक इंसान का जिक्र करना चाहेंगे जिन्हें हम कोरोना काल में लगातार ऐसी भूमिका निभाते देख रहे हैं जो और अन्य वॉरियर्स से एकदम हटकर है। वह हैं देहरादून निवासी अनूप नौटियाल। अनूप नौटियाल बेहद फिक्रमंद हैं कि कैसे ‘आम’ से लेकर ‘खास’ लोग कोविड-19 के सम्बंध में जागरूक हों। सरकारी ईमानदारी से इस मोर्चे पर डटे और हमारा राज्य इस लड़ाई को जीतें। जब समूचे हिन्दुस्तान में लॉकडाउन चल रहा था तो 1 अप्रैल को नौटयाल ने अपना वीडियो कैप्सूल (क्लिप) जारी की, जिसमें संक्षित शब्दों में आंकड़ों के साथ उन्होंने समझाया कि कैसे कोरोना हमारे राज्य में अपना संक्रमण शुरू कर चुका है।
तब से लेकर अभी तक स्वास्थ्य महकमे से जारी हैल्थ बुलेटिन के आंकड़ों को आधार बनाकर वह समय-समय पर वीडियो जारी करके सहज और सरल शब्दों में समझाते हैं कि उत्तराखण्ड में कोरोना को लेकर मौजूदा स्थिति क्या है। हमे किसी तरह सतर्क रहना है। सरकार क्या कर रही है। सरकार को आगे क्या करना चाहिये। अन्य राज्य किस तरह हमसे बेहतर हैं और इससे सम्बंधित तमाम विषयों पर नौटियाल बड़ी बेबाकी और निष्पक्षता के साथ अपनी रिपोर्ट साझा करते आए हैं। अभी तक कोरोना के सम्बंध में उनके तकरीबन एक दर्जन वीडियो जारी हो चुके हैं जो काफी असरकारक साबित हुए हैं।
बगैर लागलपेट किए गए उनके विश्लेषण को मीडिया भी हाथोंहाथ ले रहा है, अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा रहा है, जिसकी मुझे खुशी है। कोरोना से लड़ाई में योगदान का अनूप नौटियाल का तौर तरीका मुझे बेहद पसंद आया क्योंकि व्यक्तिगत रूप से इस तरह का अनूठा प्रयास करने वाले वह एकमात्र व्यक्ति हैं। लोगों को जागरूक करने को नौटियाल गहन अध्ययन कर रहे हैं, समय दे रहे हैं। उम्मीद है उनका यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। इसके लिए हम उनको सैल्यूट करते हैं।