देहरादून में पॉलिथीन के खिलाफ रैली को लेकर देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा एक महीने से जमीन आसमान एक किए हुए हैं और उनके साथ मुख्यमंत्री पल पल इसकी तैयारियों पर नजर रखे हुए हैं। यहां तक कि पॉलिथीन के खिलाफ कल की मानव श्रृंखला में सहयोग मांगने के लिए मेयर गामा कांग्रेस से भी सहयोग मांग रहे हैं। कल ही उन्होंने देहरादून कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा से भी मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया। लेकिन लगता है कि भाजपा संगठन के कुछ पदाधिकारियों के मन में तो कुछ और ही समाया है।
संगठन के कुछ पदाधिकारियों ने रैली को लेकर रविवार को देहरादून में एक मीटिंग की, लेकिन उसमें कई पार्षदों मंडल महामंत्री से लेकर महानगर के कई अन्य पदाधिकारियों को नहीं बुलाया।
जब रैली को लेकर मीटिंग की खबर पता चली तो कई पार्षदों ने हैरानी जताई कि आखिर उन्हें क्यों नहीं बुलाया गया !
सियासत के जानकार अंदाजा लगा रहे हैं कि मीटिंग बुलाने वाले पदाधिकारियों की न तो सुनील उनियाल गामा से अच्छी बनती है और न ही क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ से इसलिए यदि यह रैली फेल हो जाए तो इधर मेयर की छवि खराब होगी और उधर रैली में भीड़ कम जुटने पर उमेश शर्मा काऊ की भी जवाब तलबी हो जाएगी।
देहरादून में होने जा रही महत्वपूर्ण रैली की तैयारियों को लेकर गुपचुप बैठक अब किसी के गले नहीं उतर रही है। स्थानीय पार्षद विनोद नेगी ने भी कल होने जा रही है रैली की तैयारियों को लेकर मीटिंग में न बुलाए जाने से हैरानी व्यक्त की है, किंतु उन्होंने फिर भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ रैली को सफल बनाने की बात कही।