देहरादून, अरुण खन्ना
सफाई कर्मचारी हमारी शान है तो क्याा इनको जाति सूचक शब्द कहने वालों पर कार्यवाही नही होनी चाहिये !!
दो दिन पहले सीवर सफाई कर्मचारियों को अपशब्द कहने वाले दोषियों पर पुलिस को तहरीर देने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है। इनके गले मे रोजाना फूलमाला डालकर सेल्फियाने वाले जिम्मेदार भी खामोश हैं। अगर इनका अपमान ही कराना है,तो फूल माला का ढोंग क्यों !
ऊंची राजनीतिक पहुंच रखने वाले कुछ लोगों ने सीवर लाइन का कार्य करने वाले सफाई कर्मियों को फोन पर सफाई करने के लिए बुलाया सफाई कर्मियों ने कल आने का का वादा किया, तथा फोन रख दिया। किंतु दूसरी तरफ से फोन डिस्कनेक्ट नहीं हुआ था तथा यही राजनीतिक पहुंच वाले व्यक्ति उनके लिए बेहद आपत्तिजनक जाति सूचक शब्द कहते हुए आपस में बात कर रहे थे।
यह सारी बातें फोन में रिकॉर्ड हो गई। इस बातचीत को सुनकर सफाई कर्मी अत्यंत क्षुब्ध हो गए और उन्होंने पुलिस को तहरीर दे दी। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जल्द कार्यवाही न होने पर कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है
देखिए वीडियो
https://youtu.be/IwmanigDOnM
एक घटना दिनाँक 13/04/2020 को हुई जब गांधी रोड के निवासियों ने फोन करके जल संस्थान के सीवर सफाई सुपरवाइजर रमेश जी को बड़े राजनीतिक लोगों के नाम से डराने धमकाने का प्रयास किया व उनके साथ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया, जिसकी रिकॉर्डिंग हमारे पास उपलब्ध है। व इसकी लिखित शिकायत अधिशासी अभियंता मनीष सेमवाल द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिनाँक 15/04/2020 को दी गयी है लेकिन उसके उपरांत भी दोषियों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है।
अधिशासी अभियंता ने दी तहरीर
इससे सभी कर्मचारियों में रोष उत्पन्न हो रहा है व उनका कहना है कि अगर जल्द दोषियों के विरुद्ध कोई कानूनी कार्यवाही नही होती तो हमें कार्य बहिष्कार करने पर विवश होना पड़ेगा।
जैसा कि हम सभी को ज्ञात है कि आजकल कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन की स्थिति है। इसके उपरांत भी हमारे सफाई कर्मचारी भाई बहन दिन रात अपनी समाज के प्रति निरंतर सेवा प्रदान कर रहे हैं।
ऐसी स्थिति में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो इस समाज को हीन भावना से देखते हैं व उनके लिए अपशब्दों का प्रयोग करने में भी कमी नही छोड़ रहे जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।