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बेटे ने छीना घर, डीएम ने दिलाया न्याय: गिफ्ट डीड रद्द कर बुजुर्ग दंपति को लौटाई संपत्ति

देहरादून, जुलाई 2025। देहरादून में मानवता और न्याय का एक उदाहरण सामने आया है, जब जिलाधिकारी सविन बंसल ने बुजुर्ग दंपति को उनका खोया सम्मान और आश्रय लौटाया। बेटे द्वारा गिफ्ट डीड के माध्यम से हड़पी गई 3080 वर्ग फीट की संपत्ति को डीएम कोर्ट ने एक झटके में रद्द कर बुजुर्ग सरदार परमजीत सिंह और उनकी पत्नी अमरजीत कौर को वापस दिला दी।

यह मामला तब प्रकाश में आया जब परमजीत सिंह ने अपनी मेहनत से कमाई संपत्ति अपने पुत्र गुरविंदर सिंह के नाम गिफ्ट डीड के जरिए की थी। डीड में स्पष्ट शर्तें थी कि पुत्र उन्हें जीवनभर साथ रखेगा, भरण-पोषण करेगा और पोते-पोतियों से मिलने से नहीं रोकेगा। लेकिन डीड होते ही पुत्र ने माता-पिता को बेदखल कर दिया और नाती-पोतों से मिलने तक पर रोक लगा दी।

थाना, तहसील और निचली अदालतों से थक-हारकर बुजुर्ग दंपति ने जिलाधिकारी न्यायालय की शरण ली। डीएम बंसल ने मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू की। प्रतिवादी को कई बार नोटिस भेजे गए, अखबारों में विज्ञप्ति प्रकाशित की गई, लेकिन गुरविंदर सिंह न तो पेश हुआ और न ही जवाब दाखिल किया।

DM कोर्ट ने दिखाई संवेदनशीलता, न्याय का हथौड़ा चला

सुनवाई में यह स्पष्ट हो गया कि गिफ्ट डीड की सभी शर्तों का उल्लंघन हुआ है। ऐसे में भरण-पोषण अधिनियम की धारा और डीएम को प्राप्त विशेष शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिलाधिकारी बंसल ने गिफ्ट डीड को रद्द कर दिया और पूरी संपत्ति बुजुर्ग दंपति के नाम कर दी।

जैसे ही फैसले की घोषणा हुई, न्यायालय में मौजूद बुजुर्ग दंपति की आंखें भर आईं। वर्षों की पीड़ा का अंत आखिरकार हो चुका था।

प्रशासन बना सहारा, बेटा बना बेदर्द

यह मामला सिर्फ एक संपत्ति विवाद नहीं था, बल्कि एक सामाजिक चेतावनी भी है—जब अपने ही बुजुर्ग माता-पिता को दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर कर दिया जाए। डीएम बंसल ने यह साबित कर दिया कि उत्तराखंड प्रशासन न सिर्फ नियमों के अनुसार चलता है, बल्कि मानवता और संवेदना को भी प्राथमिकता देता है।

इस फैसले से यह भी स्पष्ट हो गया कि गिफ्ट डीड कोई खेल नहीं, और शर्तों के उल्लंघन पर कानून सख्त कार्रवाई कर सकता है।

जिला प्रशासन की सजगता और संवेदनशीलता का प्रमाण

यह फैसला न केवल न्याय का प्रतीक बना बल्कि प्रशासन की तत्परता और संवेदनशीलता का भी परिचायक है। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में देहरादून प्रशासन समाज के कमजोर वर्गों, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की मदद में लगातार तत्पर और प्रतिबद्ध है।

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