टिहरी। नोएडा में तैनात एक कोरोना वारियर डॉक्टर जब ड्यूटी पूर्ण कर टिहरी लौटे तो उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया। लेकिन इस दौरान डॉक्टर को एक बड़ी चिंता सताए जा रही थी। वह यह थी कि 5 मई को उनकी नन्हीं गुडिय़ा (अमूल्य) का पहला जन्मदिवस था। ऐसे में हर मां-बाप की तरह उनके लिए भी यह बहुत खास दिन था।
उनकी परेशानी को देखते हुए टिहरी में इसे खास बना दिया गया तो डॉक्टर दंपत्ति की आंखों में भी चमक आ गई।
दरअसल अनुराग पंत के मार्गदर्शन में तथा मित्र अमित पन्त व विवेक जोशी की सहायता से उनकी बिटिया के जन्मदिन पर एक छोटा सा सरप्राइज प्लान किया गया, जिसकी झलक आपको निम्नवत विडियो में दिख जाएगी।
टिहरीवासी कहते हैं कि हम सौभाग्यशाली रहे कि भगवान ने हमें भी इन योद्धाओं के सम्मान करने का एक मौका प्रदान किया। नन्हीं बिटिया अमूल्य का ये पहला जन्मदिवस ऐतिहासिक रहा है। बड़े होकर जब गुडिय़ा के मां पिताजी जब उसे यह कहानी सुनाएंगे तो वह खुद में बहुत गौरवान्वित महसूस करेंगी।
दरअसल हुआ ये कि जीआईएमएस हॉस्पिटल ग्रेटर नोएडा में आइसोलेसन इमर्जेंसी वार्ड में तैनात डाक्टर कुलभूषण त्यागी जीआईएमएस हास्पिटल से अपनी सेवाएं पूर्ण कर, लगभग 5 दिन पूर्व न्यू टिहरी, बौराड़ी स्थित हॉस्पिटल में ज्वाइन करने आ रहे थे। उन्होंने जैसे ही टिहरी शहर की सीमा मे प्रवेश किया, नोडल अधिकारी टिहरी द्वारा उन्हें परिवार समेत 14 दिन के लिए जीएमवीएन में पृथक रहने के आदेश दिया गया। हालांकि डॉक्टर त्यागी जीआईएमएस में सेवाएं देने के पश्चात अनुग्रहित 14 दिन से भी अधिक लगभग 28 दिन का क्वारंटाइन पीरियड पूरा कर व कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट अपने साथ लेकर आये थे, लेकिन टिहरी प्रशासन के आदेशानुसार एवं स्वयं में भी एक जिम्मेदार नागरिक होते उन्होंने जीआईएमएस में परिवार समेत पृथक रहने का आदेश सहजता से स्वीकार किया।
बहरहाल, आज के समय मेें सारे देश की संवेदना कोरोना योद्धाओं के साथ है। सभी के दिल में उनके लिए ऐसा ही मान सम्मान बना रहे, उत्तराखंड के टिहरी जनपद से ऐसा संदेश देने का छोटा सा प्रयास किया गया है।