रुड़की, सलमान मलिक
भले ही सुप्रीम कोर्ट की हाईकोर्ट की सख्त हिदायत हो कि तालाबों पर अतिक्रमण नही होने दिया जाएगा पर इस सब को ताक पर रख कर कुछ दबंगों द्वारा लगातार तालाबों पर अतिक्रमण किया जा रहा है और अधिकारी खामोश हैं।
गणेशपुर में स्थित तालाब की कई बीघा जमीन पर एक निजी स्कूल द्वारा कब्ज़ा किया जा रहा है और इतना ही नही रुड़की हरिद्वार विकास प्राधिकरण की मिलीभगत से बिना नक्शे के कई मंजिला ईमारत भी खड़ी कर दी गयी है और इतना ही नही लॉकडाउन के दौरान ही उसमें निर्माण कार्य भी जारी रखा गया है।
तालाब पर अवैध कब्जा
जब सरकार ने कोई भी किसी भी तरह के काम पर पाबंदी लगाई हुई थी। वहीं स्थानीय गणेशपुर के निवासी अब इस बात को लेकर चिंतित है कि जब वर्षा होगी तो सारा पानी उनके घरों में घुस जाएगा, क्योंकि स्कूल के मालिक ने कई बीघा तालाब के अधिकतर हिस्से पर अपना कब्जा जमा लिया है जिस वजह से नाले से होकर गुजरने वाला पानी अब तालाब में ना जाकर उनके घरों में घुसेगा।
पर स्कूल के प्रबंधक को इस बात की कोई चिंता नही हैं। वह तो बस बेधड़क अपने अवैध निर्माण को बढ़ाये जा रहा है क्योंकि विकास प्राधिकरण में गरीबों की शिकायतें कोई मायने नही रखती है।
हालांकि स्थानीय निवासियों द्वारा सूचना के अधिकार में जब इस संबंध में जानकारी ली गई तो स्कूल की निर्माणाधीन बिल्डिंग को विकास प्राधिकरण विभाग की ओर से 4 जून को सील करने का आदेश भी जारी किया गया है पर बावजूद इसके स्कूल की बिल्डिंग में निर्माण अभी भी बदस्तूर जारी है।
खैर अब बड़ा सवाल यही उठता है कि इन पीड़ित स्थानीय निवासियों की कोई सुनवाई होगी या यह भू माफिया स्कूल प्रबंधक इसी तरह से अपने स्कूल का निर्माण करता रहेगा। साथ ही साथ एक सवाल ये भी उठता है कि जब बिल्डिंग को सील करने के आदेश 4 जून को कर दिए गए थे तो अब तक अधिकारियों ने कार्रवाई क्यों नही की है !
वहीं इस मामले में मीडिया के द्वारा संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेना चाहा तो वो कोरोना में व्यस्त होने के कारण मीडिया कर्मियों से नहीं मिल पाए और फ़ोन पर जानकारी दी कि बिल्डिंग को सील करने के आदेश किये जा चुके हैं। आगे की कारवाई क्यों नही हुई है, इसकी जानकारी ली जाएगी।