स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- उत्तराखंड में नैनीताल के पहाड़ी क्षेत्र में बाघ का वीडियो कैद हुआ है। अमूमन मैदानी क्षेत्रों में पाए जाने वाले बाघ के पहाड़ों में चढ़ने से वन विभाग विशेसज्ञ भी अचंभित हैं। विभाग इसके लिए वीडियो की सत्यता और बाघ के पहाड़ पहुंचने के मार्ग की जांच में जुट गया है।
नैनीताल जिले में भीमताल और नौकुचियाताल से लगे हुए चनौती गांव में किसी शख्स ने एक वीडियो बना दिया है। वीडियो में लगभग एक वर्षीय वयस्क बाघ सड़क में दौड़ रहा है। दोनों तरफ से झाड़ियों वाली इस कच्ची सड़क में बाघ का बच्चा(शावक)मस्त चाल में टहलते हुए जा रहा है। कुछ ही देर में अचानक बाघ का बच्चा पीछे आती गाड़ी को पलट पलटकर देखता है। बाघ का बच्चा दौड़कर झाड़ियों में छुप जाता है।
चनौती गांव के इस वीडियो को देखकर वन विभाग की टीम भी सतर्क हो गई है और पहाड़ों में बाघ की दस्तक और यहां पहुंचने के मार्गों को तलाशा जा रहा है। इससे पहले भी बैतालघाट में एक वयस्क बाघ तारबाड़ में फंस गया था, जिसे ट्रेंक्विलाइज कर नैनीताल ज़ू में रखा गया। बाघ की तस्वीरें कुछ वर्ष पूर्व नैनीताल के ऊंचे लैंड्स एन्ड क्षेत्र और कुंजखडक में भी कैमरा ट्रैप के माध्यम से प्राप्त हुई थी। जानकारों का मानना है कि पहाड़ों में बाघ के पहुंचने से वन्यजीव प्रेमी पहाड़ों के सौंदर्य के साथ आसानी से इनके दर्शन भी कर लेंगे, लेकिन उनका ये भी मानना है कि इसकी जानकारी बाहर जाने से वन्यजीव तस्कर(पोचार)भी आसानी से यहां से इन बहुमूल्य वन्यजीवों को मारकर ले जाएंगे।