गंगा का जलस्तर बढ़ा, क्षेत्र में अलर्ट जारी
रिपोर्ट- राजेश आर्य
पहाड़ में हो रही बारिश से गंगा नदी उफान पर है। मंगलवार देर शाम गंगा का पानी 293 मीटर चेतावनी रेखा से उपर तक पहुंच गया। गंगा की सहायक नदियों में भी पानी का स्तर बढ़ना शुरू हो गया है। खतरे की आशंका को देखते हुए तहसीलदार सुशीला कोठियाल ने मौके पर जाकर बाढ चौकियों का निरीक्षण किया और गंगा के आस-पास के ग्रामीणों को अलर्ट रहने को कहा है। पिछले करीब एक सप्ताह से पहाडी जनपदों के साथ ही हरिद्वार में भी कई बार तेज बारिश हो चुकी है। इससे गंगा नदी का जलस्तर कई-कई बार कम और ज्यादा हो चुका है। मंगलवार को भी जलस्तर में अचानक तेजी आई और जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। गंगा और सोनानी नदी में पानी बढ़ने की सूचना पर तहसील प्रशासन सतर्क हो गया है।
लक्सर की तहसीलदार सुशीला कोठियाल ने बताया कि, गंगा में खतरे का लेबल 294 मीटर पर है। अगर ऐसे ही ऊपर पहाड़ों पर बारिश होती रही तो शीघ्र ही गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार करके बहने लगेगा। आस-पास बसे सभी संवेदनशील गांव के हल्का लेखपाल, पंचायत सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आदि सभी को सतर्क कर दिया गया है। हर 2 घंटे पर पानी के स्तर की जानकारी ली जा रही है। ग्राम प्रधान व अन्य जनप्रतिनिधियों से भी सावधान रहने को कहा गया है।
बताया कि प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार है। गंगा के निकटवर्ती गांव जैनपुर, मुबारकपुर, डोसनी, कुआं खेड़ा, मथाना, हस्त मौली, सिकंदरपुर, कलशिया, गिद्दा वाली, बालावाली, गंगदासपुर, पंडित पुरी, महाराजपुर कला, महाराजपुर खुर्द, शेरपुर बेला, नाई वाला, मडांबेला, दल्ला वाला, आदि गांव में अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। साथ ही सभी शासन-प्रशासन स्तर के कर्मचारियों को 24 घंटे सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं।