गुंडागर्दी का एक बहुत बड़ा मामला सामने आया है,जिसमें पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है |
पीड़ित परिवार ने बताया:-
मैं लोक गायक दिनेश उनियाल एवं सामाजिक कार्यकर्ता विकास खंड चंबा तहसील गजा ग्राम ने नैचोली पट्टी धारअक्रिया जिला टिहरी गढ़वाल का मूल निवासी हूं और पूजा पाठ का कार्य करता हूं 21-05-2019 से मेरे पड़ोसी ओम प्रकाश द्वारा सपरिवार हमें परेशान किया जा रहा है|
झूठे संगीन आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज किया गया है, कहा गया कि मैंने उनके घर के सामने खड़ी बस को जलाया है| ओमप्रकाश के पास चार पांच बसे हैं, एक बस लॉकडाउन से इनके घर के सामने खड़ी थी यह घटनाक्रम जून-जुलाई की बतायी गयी है,ओमप्रकाश अपने घर के अंदर से पुराना टायर लाया और दो शीशे भी लाया इस समय इसके साथ इनके बड़े भाई राजीव का लड़का लक्की साथ में था, इसने गाड़ी के बगल में आग जलाई और पुराना टायर जलाने लगा जब यह सब कर रहा था पीछे से एक यूटिलिटी आई शाम के 7:30- 8:00 बजे का समय था गाड़ी देख यह लक्की का हाथ पकड़कर गाड़ी के पीछे छुप गया ऊपर से इसका पूरा परिवार खडा था |
चतरनाथ आग का वीडियो बना रहा था, इस घटना की चश्मदीद गवाह इन्हीं के परिवार की इसकी सगी ताई ने यह सब देखा जो घर में इसी के बगल में रहती है| इनके लड़के अपने व्यवसाय करने के कारण बाहर रहते हैं अगले दिन जब इसकी ताई श्रीमती सरोजिनी देवी हमारे घर जहां पर कि राजराजेश्वरी का मंदिर भी है,आई तो हमें इस घटना की जानकारी दी गई और कहा कि ओमप्रकाश कल रात को गाड़ी के बगल में पुराना टायर जलाकर आग लगा रहा था मैंने कहा शायद अपनी गाड़ी पर कुछ काम कर रहा होगा|
पीड़ित ने आगे बताया कि:-
जब दूसरे दिन गजा प्रशासन से कानूनगो और क्षेत्रीय पटवारी ने चोली अरविंद कुमार ,होम गार्ड सहित हमारे घर पहुंचे तो उन्होंने कहा कि क्या तुमने ओमप्रकाश की गाड़ी को जलाया है, हमने उनसे कहा कि इस घटना की जानकारी हमें उसके ताई श्रीमती सरोजनीदेवी के द्वारा दी गई,कि पुराना टायर स्वयं ओमप्रकाश की जला रहा था हमने कहा महोदय इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए तो इस पर कानून गो साहब बोले है कि ओमप्रकाश प्रकाश ऊंची पहुंच का व्यक्ति है तुम्हें आत्महत्या करनी है तो कर सकते हो हम ओमप्रकाश का कुछ नहीं कर सकते जबकि ओमप्रकाश ने लॉकडाउन समय से पूरे क्षेत्र में आतंक मचा रखा है| यह कहता है कि मैं सुबोध उनियाल जी का खास हूं यह सुबोध उनियाल जी के नाम पर बहुत लोगों को डराता धमकाता है|
आगे पीड़ित परिवार कहता है कि:-
ओमप्रकाश कहता है कि मैं मुझे श्री सुबोध जी ने गजा मंडल का उपाध्यक्ष भी बनाया है,मेरे पास पूरी पॉवर है|करीब 10 माह से खड़ी बस ओमप्रकाश व उसका भाई का लड़का,उसका पड़ोसी चतरू का लडका, गोलू घटनाक्रम वाली बस को दिनांक 17- 2021 को प्रातः 7:30 बजे कहीं और ले गया है, फिर इसी दिन शाम को जहां पर यह बस खड़ी थी इसके बड़े भाई राजू राजीव के लड़के लक्की एवं चतुर नाथ का लड़का गोलू जहां खड़ी बस की जगह पर शाम 6:00 बजे घास बिछा कर आग लगा रहे थे|
जिसका वीडियो मेरे द्वारा अपने घर से बनाया गया यह इसलिए कि जहां गाड़ी खड़ी थी उसके आसपास आग लगाने का झूठा आरोप हम पर लगाया जा सके गजा प्रशासन को अपनी मुट्ठी में बताने वाला ओमप्रकाश ने गजा पटवारी राणा जी द्वारा फिर हमें दिनांक 26/1/ 2021 को समय 12:01 फोन नं 7500215385 से धमकाया कि तुम फेसबुक पर लाइव आना बंद कर दो और ओम प्रकाश के बारे में कुछ भी मत बोलो |
आगे उन्होंने कहा:-
हमें एल आई नरेंद्र नगर थाना चंबा से जोशी जी आदि के फोन आ रहे हैं,कि यह कौन आदमी है जो मंत्री जी व तहसील सहित अरविंद पटवारी के बारे में बोलकर बदनाम कर रहा है, तुम्हारे खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी “जबकि मेरे द्वारा इस घटना की जानकारी इसी घटना के समय तत्काल वीडियो कॉल द्वारा एवं फोन द्वारा जिलाधिकारी महोदय श्री मंगेश घिल्डियाल जी को रोते-रोते दी गई थी,और सूचना को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एवं कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी को भी दी गई थी|
इसके अलावा 23पन्नों की भी रिपोर्ट दी गई थी लेकिन गजा प्रशासन के आदेश पर पैसे खा कर हमारी रिपोर्ट दबाकर हमारे क्षेत्र के पटवारी श्री अरविंद कुमार द्वारा आरोपी को बचाकर एक तरफ़ा कार्रवाई पर आमादा हैं| वर्तमान में हमारे क्षेत्र के पटवारी अरविंद कुमार को बीमार बताकर गजा पटवारी राणा जी ने अपने फोन नंबर से ओमप्रकाश का पक्ष लेकर उल्टा पीड़ित परिवार को ही धमका रहे हैं और कानून का भय दिखा रहे हैं ओम प्रकाश द्वारा सहित गिरोह में शामिल मुख्यतः दिनेश प्रसाद पूर्व अध्यापक धीरज मणि उनियाल सुंदर लाल नौटियाल राजीव चतुर नाथ हैं |
चश्मदीद गवाहों को भी दी धमकी:-
सुंदर नौटियाल द्वारा इस घटना की चश्मदीद गवाह श्रीमती सरोजिनी देवी जो कि ओमप्रकाश की संगी ताई हैं| इनके घर जाकर अश्लील शब्दों का प्रयोग कर नोटों की गड्डी दिखा कर कहा कि तू यह नहीं कहेगी की गाड़ी ओमप्रकाश ने जलाई है, यह कहेगी कि गाड़ी मंदिर वाले पंडित दिनेश उनियाल ने जलाई है,1 लाख या 50,000 रुपए पकड़ और मौन हो जा अकेली सरोजनी देवी को जब सुंदर लाल नौटियाल धमका रहा था, वह रोते-रोते हमारे घर आई और उसने तत्काल फोन नंबर से क्षेत्रीय पटवारी अरविंद कुमार को सूचित किया की सुंदर लाल मुझे बयान बदलने के बदले रुपयों का लालच दे रहा है जिसका प्रमाण भी मौजूद है|
ग्रामीण लोगो को भी उकसाया:-
ओम प्रकाश द्वारा मेरे ही गांव के लोगों को मेरे खिलाफ उकसा कर शांति भंग का मुकदमा भी दर्ज कराया गया और अनेक संगीन आरोप लगाए गए जो कि निम्न है
- बच्चे की हत्या करना
- एक औरत की गर्दन पर चाकू रखकर मेरे द्वारा उसकी चेन को लूटना
- छुआछूत उत्पीड़न करना
- जंगलातियों को मारना
सहित अनेक आरोप लगाए गए| ओमप्रकाश एक खतरनाक किस्म का गुंडा व्यक्ति है| और बहुत बड़ा षड्यंत्र कारी भी है जो कि कभी भी मैं और मेरे परिवार को जान माल की हानि पहुंचा कर हमला कर सकता है या करवा सकता है| इसका कहना है कि मैं पैसे वाला हूं और ऊंची पहुंच वाला व्यक्ति हूं मेरी ऊंची पहुंच है मेरा कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता|
उन्होंने आगे बताया कि:-
मैं पिछले 40 वर्षों से उत्तराखंड का एक सुप्रसिद्ध लोक कलाकार हूं जिसमें मुझे अनेक मंचों पहाड़ रत्न सहित अनेक सामानों से भी नवाजा गया है, मैं सितंबर 2017 से चेस्ट इनफेक्शन छाती में दर्द के कारण अपने घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहा हूं, इंद्रेश अस्पताल देहरादून से ही मेरा इलाज चल रहा है और मुझे सांस की भी दिक्कत है| मैंने अनेक सामाजिक कार्य किए हैं जिसमें अपने गांव में नैचोली मैं पूर्ण शराब प्रतिबंध पीने पिलाने पर ₹11000 जुर्माना सहित अन्य कार्य करवाए हैं, जिसका गवाह समस्त क्षेत्र है और बीमारी के बावजूद भी मैं सामाजिक कार्य एवं चिंतन में लगा रहता हूं तथा साथ में मैं एक गढ़ कवि भी हूं हमें ओम प्रकाश द्वारा गजा प्रशासन को मोटी रकम देकर एक तरफ कार्यवाही कर धमकाया डराया जा रहा है|
झूठे आरोपों के बल पर मान प्रतिष्ठा को पहुंचा रहे हानि:-
मेरी मान प्रतिष्ठा को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि आज तक मेरे द्वारा इस प्रकार की वारदात षड्यंत्र नहीं किए गए हैं, और ना मैंने कभी ऐसे देखे हैं और ना मेरा कोई किसी चौकी तहसील या थानों में कोई भी अपराध मेरे विरुद्ध दर्ज नहीं है|
मैं मेरे परिवार को रुपयों के बल पर खतरनाक गिरोह के द्वारा नाजायज परेशान भय दिखाया जा रहा है और संगीन मामले दर्ज किए जा रहे हैं| इन लोगों द्वारा हमें मजबूरन आत्महत्या के लिए भी उकसाया जा रहा है जबकि मैं बीमार हूं,इस बात की गवाही पूरा मेरा क्षेत्र देगा कि मैं कैसा व्यक्ति हूं, इसी मानहानि के चलते मैं और मेरा परिवार अत्यधिक भयभीत होकर पिछले 9 महीने से घर में कैद हो रखे हैं,इसकी जानकारी हमारे द्वारा पीएमओ ऑफिस कार्यालय दिल्ली को भी दी गई थी, यह लोग कानून का भय दिखा कर मानसिक शारीरिक शोषण उत्पीड़न कर रहे हैं जबकि मैं कहीं भी आने-जाने में असमर्थ हूं |
ये पूरी बाते पीड़ित परिवार ने कही है | और वो प्रशासन से न्याय की उम्मीद करते है |