प्रदीप भारतीय
टिहरी ( किर्तिनगर) : मामला टिहरी जिले के किर्तिनगर ब्लॉक मंदोरी बडियारगढ गाँव का है जहाँ एक समाज सेवक जो कि मौजूद गांव प्रधान के पति भी हैं, को कोरोना महामारी में अपनी जिम्मेदारी निभाना मंहगा पड़ गया, तथा एसडीएम किर्तिनगर आइएएस संदीप तिवारी की गालियों का शिकार होना पड़ा।
घटना परसों शाम की है।
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मिली जानकारी के अनुसार तहसील द्वारा तमाम गाँव में सूचना भिजवाई गई कि प्रदेश में कोरोना कहर को देखते हुए रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को तहसील परिसर में ही क्वारंनटाइन किया जाएगा, जिसके बाद कल शाम मंदोरी बडियारगढ के समाजसेवी अमरजीत सिंह को महाराष्ट्र से गाँव वापस आ रहे दो लड़कों का फोन आया कि उन्हे किर्तिनगर तहसील से साधारण बस से गाँव जाने को कहा जा रहा है।
इसके बाद अमरजीत सिंह ने तहसील फोन किया तथा एसडीएम संदीप तिवारी को बताया कि दोनों लड़के रेड जोन से आ रहे हैं, उनका इस तरह सवारी गाड़ी में लोगों के साथ आना खतरनाक हो सकता है, उन्हे तहसील परिसर में ही रखा जाए।
इस पर एसडीएम साहब बोले कि गाँव से गद्दे बिस्तर भिजवा दो इस पर अमरजीत सिंह बोले सर हम इतनी दूर कैसे भिजवा सकते हैं, ज्ञात हो कि तहसील से उक्त गाँव लगभग 65 किमी दूर है।
जब अमरजीत सिंह ने विनती की कि सर सरकार की तरफ से, कोई इंतजाम नही है क्या !
एसडीएम साहब सभी मर्यादा भूलकर आग बबुला हो गए तथा गाली गलौज पर उतर आए, -“सालों सरकार तुम्हारे लिए फालतू बैठी है क्या, तुम्हारे घरों में लोग आ रहे हैं सरकार संभालेगी !”
उधर फोन पर बातचीत के दौरान समाजसेवी अमरजीत जो मौजूदा प्रधान के पति भी है़ं तथा गाँव में अच्छी इज्जत रखते हैं, एसडीएम के इस व्यवहार से काफी आहत नजर आए।
एसडीएम से तो हमारी बात हो नहीं पाई लेकिन कार्यालय से आर के तहसील ने घटना की पुष्टि के साथ एसडीएम के बचाव का भरसक प्रयास किया।
तो साहब यह है सरकार की कोरोना से लड़ने की तैयारी। इनसे अपने अधिकारी संभल नहीं रहे। कोरोना खाक संभालेंगे !
जबकी महाराष्ट्र से प्रदेश में सबसे ज्यादा संक्रमित सामने आ रहे हैं, कल को कुछ बड़ा कांड इन साहब की लापरवाही से होता है तो कौन जिम्मेदारी लेगा ?