सोशल मीडिया पर ईगास की छुट्टी के फर्जी पत्र वायरल हो रहे हैं। सचिवालय संघ के अध्यक्ष और महासचिव ने भी उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर इस फर्जी पत्र की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
यह पत्र किसी की शरारत हैं, जिसमें एक पत्र में छठ पूजा के पूर्व में जारी हुई है पत्र पर छेड़छाड़ करके उसे इगास पूजा कर दिया गया है। जबकि तारीख में भी गड़बड़ करते हुए 8 नवंबर को बृहस्पतिवार रखा हुआ है। एक पत्र तो पिछले वर्ष का है जिसे एडिट किया गया है।
एक दूसरा पत्र अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के साइन से ही 7 नवंबर को जारी किया हुआ दिखाया हुआ है, उसमें भी तारीख तथा त्योहार और वार के स्थान पर भी छेड़छाड़ की गई है।
यह पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए और अधिकांश लोग इनकी सत्यता के बारे में पूछ रहे हैं। जाहिर है कि यह किसी सिरफिरे दिमाग की शरारत है।
हालांकि शाम 5:00 बजे तक यह कयास लगाए जा रहे थे कि शासन छुट्टी घोषित कर सकता है लेकिन शाम छह बजे तक इस पर भी विराम लग गया। एसीएस राधा रतूड़ी ने इस पर एफआइआर के आदेश दिये है।