देहरादून। इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम) में सोमवार को हिमालय दिवस (Himalaya Diwas 2025) धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित विशेषज्ञ वार्ता (Expert Talk) में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास पर जोर दिया गया। कार्यक्रम का आयोजन विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान, उत्तराखंड प्रांत के सहयोग से किया गया।
विशेषज्ञ वार्ता में हिमालय संरक्षण पर जोर
मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ.) जगमोहन सिंह राणा, वरिष्ठ शिक्षाविद्, प्रशासक एवं विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान, उत्तराखंड प्रांत के अध्यक्ष रहे। उन्होंने अपने संबोधन में हिमालय संरक्षण की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. राणा ने कहा कि उत्तराखंड का नाजुक पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र कई चुनौतियों से गुजर रहा है और ऐसे में शिक्षा ही सतत विकास के लक्ष्यों (SDGs) को हासिल करने का सबसे सशक्त माध्यम है।
उन्होंने यह भी कहा कि “जागरूकता और भारतीय चिंतन साधना ही पर्वतीय समाज को स्थायी विकास की ओर ले जा सकती है।”
पर्यावरण संरक्षण को लेकर छात्रों को मिली प्रेरणा
कार्यक्रम में आईटीएम की चेयरमैन निशांत थपलियाल, रजिस्ट्रार रुचि थपलियाल, प्राचार्य डॉ. अंजु गैरोला थपलियाल, सभी विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। इस आयोजन ने छात्रों को पर्यावरणीय संरक्षण के महत्व से अवगत कराया और उन्हें जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपने दायित्वों का एहसास कराया।
आईटीएम की सराहनीय पहल
यह आयोजन आईटीएम (ITM Dehradun) द्वारा हिमालय संरक्षण और पर्यावरणीय स्थिरता (Environmental Sustainability) के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और सराहनीय कदम माना जा रहा है।


