आखिरकार उत्तराखंड के बेटे कमलेश भट्ट का शव दुबई से भारत लाए जाने के लिए गृह मंत्रालय ने अपनी परमिशन दे दी है।
गृह मंत्रालय के विदेश मामलों के निदेशक इमीग्रेशन सुमंत सिंह ने आज एक पत्र जारी करके कमलेश भट्ट के शव को भारत लाने के लिए अनुमति दे दी है।
साथ ही कहा है कि इसके लिए कोविड-19 की गाइडलाइन को ठीक से अनुपालन किया जाए।
गृह मंत्रालय की परमीशन
गौरतलब है कि दुबई के एक होटल में काम करने वाले टिहरी के कमलेश भट्ट की लॉक डाउन के दौरान मौत हो गई थी।
गौरतलब है कि दुबई के अबू धाबी में कमलेश भट्ट की 16 अप्रैल को मौत हो गई थी। 23 अप्रैल को समाजसेवी रोशन रतूड़ी ने बड़ी मुश्किलों से कमलेश भट्ट की पार्थिव देह को भारत भिजवाया था किंतु भारत सरकार ने शव को लेने से मना कर दिया था।
कमलेश के निराश परिजन वापस लौट आए थे, किंतु अब उनकी उम्मीद जगी है कि कम से कम अपने बेटे के अंतिम दर्शन तो कर सकेंगे।
कमलेश के परिजनों ने उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार के बहुत हाथ जोड़े लेकिन किसी ने भी नहीं सुनी। ऐसे में दुबई में रहने वाले उत्तराखंड के समाजसेवी रोशन रतूड़ी उनकी मदद के लिए आगे आए और सभी औपचारिकताएं पूरी करके कमलेश भट्ट का शव भारत भिजवाने में सफल रहे थे।
किंतु भारत सरकार की संवेदनहीनता के कारण शव को वापस दुबई भेज दिया गया।
इस पर खफा रोशन रतूड़ी ने उत्तराखंड और भारत सरकार के तमाम नेताओं को जमकर लताड़ा था तथा उनकी इस सरकार की संवेदनहीनता पर उत्तराखंड में भी उबाल आ गया था। और लोगों ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को बुरी तरह से खरी खोटी सुना दी थी।
यह मुद्दा कल से सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड हो रहा था।
आज गृह मंत्रालय भारत सरकार ने संज्ञान लेकर दिवंगत कमलेश भट्ट के शव को भारत लाने की परमिशन दे दी है।