रिपोर्ट कार्तिक उपाध्याय हल्द्वानी
वैसे तो उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश कहा जाता है लेकिन जब भी गर्मी आती है तो देखा जाता है कहीं ना कहीं बिजली विभाग उपभोक्ताओं को,व्यापारियों को बिजली सुचारू रूप से उपलब्ध नहीं करा पाता।
हालांकि व्यक्तिगत कारणों में कहा जा सकता है गर्मियों में बिजली की खपत अधिक होती है,लेकिन असल हकीकत यह है कि उत्तराखंड उर्जा प्रदेश होने के बावजूद बिजली पैदा करने वाला प्रदेश होने के बावजूद बिजली पहले ही अन्य राज्यों को दे चुका है और दुर्भाग्यपूर्ण यह भी है कि उत्तराखंड के हल्द्वानी नगर निगम की बात करें दिन रात स्ट्रीट लाइट जली रहती हैं ।
लेकिन पिछले कुछ दिनों में देखा जा रहा है उपभोक्ताओं को बिजली देने में विभाग असफल हुआ है,क्योंकि कुमाऊं के पहाड़ के लोग हर तरह की बाजारी करने हल्द्वानी आते हैं ऐसे में व्यापारी भी अब आग बबूला हो उठे हैं,क्योंकि लगातार बिजली कटौती से व्यापारी परेशान है ।
शहर में कहीं भी नहीं मिल रही ठंडी कोल्ड ड्रिंक ठंडा पानी
अगर हल्द्वानी शहर की बात करें हालात कुछ ऐसे बन गए हैं कि ठंडा पानी तपती गर्मी के लिए ठंडी कोल्ड ड्रिंक अब शहर में कहीं भी नहीं मिल पा रही,क्योंकि बिजली की समस्या बढ़ती जा रही है ।
आखिर कौन सी नींद की गोली खाया हुआ है हल्द्वानी का नगर निगम ।
जगह-जगह स्ट्रीट लाइटें दोपहर में भी जलती नजर आ रही है सवाल सिर्फ यह नहीं है की दोपहर में स्ट्रीट लाइटें जली है बल्कि सवाल यह है ।
क्या नगर निगम के अधिकारी और बिजली विभाग इतनी गहरी नींद में है,जहां एक तरफ उपभोक्ता परेशान है दूसरी तरफ बेवजह बिजली दोपहर में जलाकर उत्तराखंड राज्य के राजस्व को नुकसान पहुंचाया जा रहा है ।