अनुज नेगी
पौड़ी।
एक ओर प्रदेश में भू-क़ानून लाने की मांग तेजी से हो रही है।वही दूसरी और पहाड़ों में प्रशासन भू माफिया के साथ मिलकर जमीनों की खरीद फरोखत में अपनी अहम भूमिका निभा रहा हैं।प्रशासन के ही अधिकारी भूमाफियों का साथ देकर राजस्व ओर पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा रहें है।
लैंसडाउन तहसील में पटवारियों के बड़े बड़े कारनामों से आप भी हैरान हो जाएंगे,पटवारी सरकार को चूना लगाने में अपनी कोई कसर नही छोड़ रहे है। पटवारी जी जमीन खरीद फरोख्त में अपनी गलत आख्या देकर सरकार को लाखों रुपए की स्टाम्प ड्यूटी का चूना लगा रहें है।
ताजा मामला लैंसडाउन तहसील डबरालस्यूँ पट्टी मस्टखाल के पाली गांव का है, जहाँ पर राजस्व उपनिरीक्षक ने 21 नाली भूमि का दूरी प्रमाण पत्र जारी किया था,जिसमें उनके द्वारा सड़क से उक्त भूमि की दूरी 50मीटर दर्शा रखी है जबकि उक्त भूमि की दूरी 200 मीटर है। यही नही पटवारी जी ने अपने बैयनामा में पेड़ो की गलत आख्या दे रखी है।जिसमे बांज के पेड़ 10 , चीड़ 05, काफल 5 दर्शा रखे हैं।जबकि धरातल पर बांज के लगभग 40 ,चीड़ 25 ,काफल 15 है।जिससे पटवारी जी ने राज्य सरकार को लाखों रुपये की स्टाम्प ड्यूटी का चूना तो लगाया ही, साथ में पर्यावरण को भी नुकसान पहुचाया है, दरअसल पटवारी जी ने क्रेता को लाखों रुपए की स्टाम्प ड्यूटी से बचाया है।
जब पर्वतजन ने ग्राउंड जीरो पर जाकर पड़ताल की तो चोंकाने वाले तथ्य सामने आए पड़ताल के अनुसार डबरालस्यु पट्टी के ग्राम पाली (मस्टखाल) में दिसंबर 2021 में भूमि खाता संख्या -15 खेत संख्या- 1775,1776,1777,1779,1785,1786 व 1780 रकवा – 0.210 है0क0 बैनामा दिनांक 02/12/2021 को क्रेता श्रीमती लेखा मंडवाल पत्नी रवेंद्र मंडवाल ग्राम पिंजोली तल्ली पट्टी जुगडू तहसील धुमाकोट हाल निवास 1902 लक्ष्मीनगर सरोजनी नगर साउथ 110023 ने मोहन सिंह पुत्र खुशहाल सिंह आदि ग्राम पाली पट्टी डबरालस्यु तहसील लैंसडाउन से भूमि खरीदी , इसमे पट्टी के पटवारी महोदय ने क्रेता को जो दूरी प्रमाण पत्र दिया उसकी तमाम जानकारी गलत है जिसमे पटवारी जी ने क्रेता को स्टाम्प ड्यूटी में बचाके सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया है।