कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश बॉर्डर(सीमा)पर एक जोड़े ने विवाह रचाया जो लोगों की चर्चाओं का विषय बन गया। यू.पी.के दूल्हे को उत्तराखण्ड की सीमा पर रोका तो उत्तराखण्ड की दुल्हन को सीमा पर बुलाकर पीपल के पेड़ तले शादी रचा ली गई। शादी, लॉक डाउन और सोशियल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए की गई जहां पंडित के साथ दूल्हा और दुल्हन ने भी मास्क पहने।
देखिए क्या कहना है दूल्हे राजा का
उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर बॉर्डर में प्रशासन और पुलिस ने यू.पी.के मिलक से आ रही बारात को सीमा पर रोक दिया । बारात को रोकने के बाद दूल्हे पक्ष ने दुल्हन को वहीं बुला लिया । दोनों परिवारों ने निर्णय लिया कि वो शादी वहीं पर करेंगे । दोनों पक्ष बार्डर पर ही एक पीपल के पेड़ तले मंडप बनाकर बैठे और शादी हो गई। सीमा में हुई इस शादी की चर्चा चारों तरफ होने लग।
यू.पी.से आए दूल्हे खेमकरन के पास तीन लोगों के बारात में जाने की परमिशन थी, लेकिन लड़की पक्ष के लोगों ने शादी की परमिशन नहीं ली थी। जैसे ही दुल्हे को बार्डर पर रोककर वापिस करने की सूचना लड़की पक्ष को मिली तो परिवार में खलबली मच गई। लडकी पक्ष के लोग फौरन कलक्ट्रेट पहुंचे। घंटों चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें कोई परमिशन नहीं मिली। लड़की की मां ने ही, अपनी बेटी की शादी बार्डर के समीप शिवशक्ति मंदिर में कराने का फैसला किया । मंदिर टूटे हाल में होने के कारण, पीपल के पेड़ के पत्तों का मंडप बनाकर खेमकरन और पूजा ने शादी के फेरे लिए । अब ये शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बानी हुई है ।