अनुज नेगी
पौड़ी। जनपद पौड़ी के कोला गांव का रहने वाला अमित जम्मू कश्मीर में हुए आतंकवादी मुठभेड़ में देश के लिए शहीद हो गया था। बीते 7 अप्रैल को अमित का पार्थिव शरीर पौड़ी के रांसी स्टेडियम लाया गया, जहां जाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि दी। लेकिन शहीद के अपनी ही विधानसभा के होने के बावजूद मुकेश कोहली कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। न अंतिम दर्शन के लिए पौड़ी पहुंचे और न ही उनके परिवार जनों से मिलने गए। मानवता के आधार पर क्षेत्रीय विधायक की जिम्मेदारी थी कि वह शहीद के अंतिम दर्शन के लिए पौड़ी पहुंचते साथ ही उनके परिवार से मुलाकात कर इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े होते।
वहीं जब उनके सोशल मीडिया पर देखा गया तो 6 अप्रैल को उनकी ओर से भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस की बधाई पोस्ट की गई। वहीं 8 तारीख को हनुमान जयंती की एक पोस्ट को साझा किया गया है। जिससे कहीं न कहीं लोगों के मन में एहसास होने लगा है कि जहां एक ओर क्षेत्रीय विधायक समय-समय पर विभिन्न आयोजनों में अपनी ओर से बधाई संदेश दे रहे हैं, लेकिन जब देश का बेटा सरहद पर धरती मां की सुरक्षा करते हुए देश के लिए शहीद हो गया है, उसके शहीद होने पर उसके परिवार को सांंत्वना देने नही पहुंचे।
विधायक की ऐसी बेरुखी से विधानसभा क्षेत्र वासियों के बीच उनकी कटु आलोचना हो रही है।