उत्तराखंड सरकार ने हाल ही मे गैरसैंण को नया मंडल यानी कमिश्नरी घोषित किया है। इस तरह से अब राज्य में गढ़वाल और कुमाऊं के बाद गैरसैंण तीसरी कमिश्नरी होगी। गैरसैंण विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद से ही मीडिया और सोशल मीडिया पर नई कमिश्नरी के पक्ष और विपक्ष में प्रतिक्रियाओं का एक लंबा दौर शुरू हुआ।
आखिर कितने लोग उत्तराखंड में नई कमिश्नरी के पक्ष में हैं और कितने लोग इसके खिलाफ हैं ? इसके लिए हमने ट्विटर के माध्यम से एक पोल किया, हालांकि यह एक छोटा पोल था और इसमें कुल 143 लोगों ने ही हिस्सा लिया। मैं मानता हूं कि यह पोल बहुत ज्यादा साइंटिफिक नहीं हो सकता लेकिन इसके बावजूद यह कुछ संकेत देता है।
पोल के निष्कर्ष के अनुसार सिर्फ 23 प्रतिशत लोग नई कमिश्नरी के पक्ष में हैं । दूसरे शब्दों में कहें तो 10 में से सिर्फ 2 लोग गैरसैंण की नई कमिश्नरी के पक्ष में नजर आते हैं, जबकि 55 परसेंट लोग यानी 10 में से 5 या 6 लोग इसके सीधा खिलाफ हैं। 22 परसेंट लोग इस मामले में कोई मत प्रकट नहीं कर पाए, यानी कि प्रस्तावित कमिश्नरी को लेकर या तो उनको पर्याप्त जानकारी नहीं है या उनका कोई मत नहीं हैं।
जैसे कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह पोल बहुत छोटा है और इस आधार पर इसे साइंटिफिक नहीं माना जा सकता। अगर ज़रुरत पड़े तो आम लोगों की राय लेने के लिए इस किस्म के पोल किये जाने चाहिए। इसके अलावा व्यापक जन संवाद के माध्यम से प्रदेश के जन मानस को इसके दीर्घकालिक लाभ भी बताये जा सकते हैं। सही और निरंतर संवाद सदैव एक अच्छे confidence बूस्टर की तरह काम करता है ।