देहरादून। नाॅन कोविड श्रेणी का अस्पताल होने के कारण श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में मरीजों की तादाद बढ़ने लगी है। जनता कफ्र्यू व लाॅकडाउन के बाद कुछ समय के लिए लोगों ने सुरक्षा दृष्टिकोण से अस्पतालों में जाने वाले लोगों की संख्या में गिरावट आई थी, लेकिन अब अनलाॅक-1 में स्थिति काफी हद तक सामान्य होने लगी है। मास्क, सोशियल डिस्टेंसिंग व आवश्यक सावधानियां अपनाकर मरीज़ अस्पतालों में पहुंचने लगे हैं। इसका असर अस्पतालों में दर्ज की जाने वाली ओपीडी व आईपीडी की संख्या में बढ़ोत्तरी के रूप मेेें देखा जा रहा है।
काबिलेगौर है कि दून अस्पताल को जिला प्रशासन ने कोविड अस्पताल बनाया है। ऐसे मरीज़ जो कोरोना पाॅजिटिव हैं या जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण हैं ऐसे मरीजों का उपचार दून अस्पताल में किया जा रहा है।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल पटेलनगर, देहरादून के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. विनय राय बताते हैं कि सिटी के सबसे बड़े अस्पताल श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में इन दिनों मरीजों की तादाद में तेज़ बढ़ोतरी दर्ज की गई हैं। गम्भीर महिला रोगियों को गाॅधी शताब्दी अस्पताल से श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में रैफर किया जा रहा है। मेडिसिन, जनरल सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, काॅर्डियोलाॅजी के मरीज अच्छी तादात में अस्पताल पहुंच रहे हैं। नाॅन कोविड अस्पताल होने के कारण मरीजों को यहां आने में कोई परेशानी नहीं हैं। अस्पताल प्रबन्धन के अनुसार मुख्य गेट पर स्क्रीनिंग के लिए थर्मल स्कैनर लगाए गए हैं। संदिग्ध मरीज़ांे व कंटेंनमेंट ज़ोन से आने वाले मरीज़ों के लिए फीवर क्लीनिक की व्यवस्था की गई है।
अस्पताल के सभी विभागों की ओपीडी व अन्य सुविधाएं सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन व एम.आर.आई. डायलसिस सहित ब्लड सैंपलिंग व सभी तरह के एक्स-रे की सुविधा भी सामान्य रूप से जारी है।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ विनय राय ने जानकारी दी कि उपचार के लिए अस्पताल आने वाले मरीजों को डरने व घबराने की आवश्यकता नहीं हैं। आम जन घर से निकलते समय स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का अनुपालन करें व आवश्यक सावधानियां अपनकर अस्पताल आएं।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में सभी सेवाएं ओपीडी, आपरेशन व जाॅच सेवाएं खुली हैं। ऐसे मरीज़ जो चिकित्सकीय परामर्श, आपरेशन व महत्वपूर्णं जांचों को लाॅकडाउन के वजह से टाले हुए थे, वे अस्पताल में आकर सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। डाॅ. विनय राय ने बताया कि सामान्य सर्जरी व सुपरस्पेशलिटी के विभागों में नियमित सर्जरी की जा रही हैं। भारत सरकार की सभी आवश्यक गाइडलाइन्स का अनुपालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, जनरल सर्जरी, न्यूरोसर्जरी, काॅर्डियोलाॅजी प्रोसीजर, काॅर्डियक सर्जरी, सीटीवीएस सर्जरी, यूरोलाॅजी सर्जरी आदि सहित अन्य विभागों से जुड़े मामलों में नियमित आपरेशन किए जा रहे हैं। श्रीमहंत इन्दिरेश अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को डरने या आशंकित होने की आवश्यकता नहीं है।
कुछ समय के लिए अस्पतालों की ओर जाने से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की जांच व उपचार के लिए अस्पताल प्रबन्धन ने सामान्य ओ‐पी‐डी‐ से अलग साउथ ब्लाॅक पुरानी बिल्डिंग में व्यवस्था की है। इन मरीजों की देखरेख के लिए डाॅक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, पैरामैडिकल स्टाफ, सफाईकर्मियों व अन्य स्टाफ की एक विशेष टीम गठित की गई है जो केवल इसी वार्ड में सेवाएं दे रही है। अस्पताल प्रबन्धन ने इस टीम को केवल पुरानी बिल्डिंग साउथ ब्लाॅक के लिए ही आरक्षित रखा है।
साउथ ब्लाॅक पुरानी बिल्डिंग अन्य सामान्य ओपीडी कमरों से काफी दूर है। अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार पर प्रत्येक व्यक्ति (मरीज़, तीमारदार व स्टाफ) की थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। प्रवेश द्वार पर बातचीत के दौरान यदि व्यक्ति में सर्दी खांसी जुकाम बुखार या फ्लू का कोई भी लक्षण दिखाई देता है, या व्यक्ति की कोई ट्रैवल हिस्ट्री, किसी ऐसे राज्य, शहर या क्षेत्र विशेष का होने की जानकारी मिलती है जहां पर कोरोना संक्रमण का प्रकोप है तो ऐसे व्यक्ति को सीधा अस्पताल के फ्लू क्लीनिक में उपचार के लिए भेजा जा रहा है। फ्लू क्लीनिक को अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग साउथ ब्लाॅक में संचालित है। इमजरेंसी ब्लाॅक में भी संदिग्ध संक्रमित मरीजों की थर्मल स्कैंनिंग की अलग से व्यवस्था की गई है। ऐसे में यदि कोई मरीज़ उपचार या सर्जरी के लिए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल आना चाहता है तो वह बिना किसी भय या आशंका के उपचार के लिए आ सकता है। अस्पताल के सभी विभागों की ओपीडी व अन्य सुविधाएं सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन व एम.आर.आई. डायलसिस सहित ब्लड सैंपलिंग व सभी तरह के एक्स-रे की सुविधा भी सामान्य रूप से जारी है।
कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कई मरीज अस्पतालों में उपचार लेने लिए नहीं जा रहे हैं। उपचार के लिए आने वाले मरीजों को फ्लू व संक्रमण से इस प्रकार डरने की आवश्यकता नहीं है। कई मरीज़ों की जनरल सर्जरी, गाईनी, नाक कान गला, नेत्र सहित कई आपरेशन भी नहीं हो पा रहे हैं। कई मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रबन्धन से भेंट कर वर्तमान परिस्थिति में संचालित सेवाओं के बारे में जानकारी मांगी।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ विनय राय ने जानकारी दी कि अस्पताल के सभी विभागों में ओ‐पी‐डी‐ संचालित हैं। सामान्य सर्जरी व सुपरस्पेशलिटी के विभागों में नियमित सर्जरी की जा रही हैं। भारत सरकार की सभी आवश्यक गाइडलाइन्स का अनुपालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्त्री एवम् प्रसूति रोग विभाग, जनरल सर्जरी, न्यूरोसर्जरी, काॅर्डियोलाॅजी प्रोसीजर, काॅर्डियक सर्जरी, सीटीवीएस सर्जरी, यूरोलाॅजी सर्जरी आदि सहित अन्य विभागों से जुड़े मामलों में नियमित आपरेशन किए जा रहे हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को डरने या आशंकित होने की आवश्यकता नहीं है।
कोविड-19 कोरोना संक्रमण से बचाव व मरीज़ों की सुविधा को देखते हुए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल प्रबन्धन ने अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग साउथ ब्लाॅक में ‘फ्लू क्लीनिक’ की व्यवस्था अलग से की है। कोरोना संदिग्ध संक्रमित मरीजों के परामर्श कक्ष, जाॅचों व आइसोलेशन वार्ड्स भी अलग बनाए गए हैं। यह बिल्डिंग मुख्य सड़क से लगी हुई है, यहां तक पहुंचने का रास्ता भी अलग है। मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां अपनाई जा रही हैं, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को डरने या परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। जो मरीज़ डाॅक्टरी परामर्श या सर्जरी के लिए अस्पताल आना चाहते हैं वे बिना किसी भय या आशंका के अस्पताल आ सकते हैं।