देहरादून। नर्सिंग एकता मंच द्वारा सोमवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश के बेरोज़गार नर्सिंग अभ्यर्थियों की समस्याओं, उनके समाधान तथा हाल ही में घोषित 1000 नर्सिंग पदों की भर्ती को वर्षवार पूर्ण कराने जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में निम्न प्रमुख बिंदुओं पर सर्वसम्मति से जोर दिया गया—
1. नर्सिंग भर्ती प्रक्रियाएँ वर्षवार नियमित रूप से शुरू हों
मंच ने कहा कि लंबे समय से लंबित भर्ती प्रक्रियाओं के कारण प्रदेश के हजारों योग्य नर्सिंग अभ्यर्थी बेरोज़गारी का सामना कर रहे हैं। सरकार से मांग की गई कि नर्सिंग भर्तियाँ प्रत्येक वर्ष निश्चित समय पर प्रारम्भ की जाएँ, ताकि अभ्यर्थियों का भविष्य सुरक्षित रह सके और भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी एवं सुचारू रूप से संचालित हो।
2.. स्थानीय अभ्यर्थियों को दी जाए प्राथमिकता
मंच ने राज्य गठन के उद्देश्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि नर्सिंग भर्ती में उत्तराखंड के मूल निवासी अभ्यर्थियों को वरीयता दी जानी चाहिए। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा तथा प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती प्राप्त होगी।
मंच ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उपरोक्त मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होगा। साथ ही आशा व्यक्त की कि सरकार बेरोज़गार नर्सिंग युवाओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए सकारात्मक निर्णय लेगी और उनके भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में ठोस कदम उठाएगी।
बैठक में कार्यकारिणी के पदाधिकारी नवल पुंडीर, अंकित भट्ट, राजेंद्र कुकरेती, प्रवेश सिंह, विकास पुंडीर, अनिल रमोला, मधु उनियाल, सरिता जोशी, आकाश, अमन, भास्कर सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।


