भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर पंजीकरण करने पर रोक लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया हैं।
अब नए बीएएमएस डॉक्टर, आयुष नर्सिंग, पंचकर्म सहायक, फार्मासिस्ट के पंजीकरण और नवीनीकरण की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि इससे फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से पंजीकरण करने पर रोक लग जाएगी।
पहली बार भारतीय चिकित्सा परिषद ने डिजिटल के माध्यम से काम करना शुरू कर दिया है। रजिस्ट्रेशन पोर्टल से परिषद के कामकाज में पारदर्शिता आएगी।
अभी तक परिषद में पंजीकरण की प्रक्रिया ऑफलाइन की जाती थी। फर्जी दस्तावेज पर डॉक्टर के पंजीकरण का मामला सामने आने पर परिषद ने रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल तैयार किया है।
परिषद को नए पंजीकरण और नवीनीकरण के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर आवेदन मिलने शुरू गए हैं।