देहरादून। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. नवीन चंद्र लोहनी को उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। इस संबंध में राज्यपाल एवं विवि के कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने बुधवार को नियुक्ति आदेश जारी कर दिए।

35 वर्षों का शिक्षण अनुभव, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी को दिलाई पहचान
प्रो. लोहनी को शिक्षण और शोध का 35 वर्ष से अधिक का अनुभव है। उनके नाम अब तक 12 पुस्तकें, 85 शोध पत्र और शोध आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। उनके निर्देशन में 26 शोधार्थियों ने पीएचडी और 99 विद्यार्थियों ने एमफिल की डिग्री प्राप्त की है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने उनके हिंदी विभाग को दो बार “उत्कृष्ट अध्ययन केंद्र योजना” के अंतर्गत चयनित किया है। वे रविंद्रनाथ टैगोर चेयर, लौजान विश्वविद्यालय (स्विट्जरलैंड) और आईसीसीआर चेयर, शंघाई अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विश्वविद्यालय (चीन) जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में भी सेवाएं दे चुके हैं।
प्रशासनिक अनुभव भी रहा उल्लेखनीय
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में प्रो. लोहनी कुलसचिव, नैक कोऑर्डिनेटर, और अन्य महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं। वे मूल रूप से उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के पचार गांव के निवासी हैं, जिससे उत्तराखंड को एक अनुभवी और जमीनी कुलपति मिलने की उम्मीद है।
हिंदी साहित्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया
प्रो. लोहनी ने हिंदी भाषा और साहित्य को वैश्विक मंच तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। 2009-10 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में उन्होंने प्रवासी साहित्य पर पाठ्यक्रम शुरू किया। इसके अतिरिक्त, स्थानीय भाषा और कौरवी लोक साहित्य को बढ़ावा देने के लिए यूजीसी के सहयोग से वृहद शोध परियोजनाएं भी संचालित कीं।
उनके प्रयासों से कौरवी लोक साहित्य को स्नातक, परास्नातक, एमफिल और पीएचडी स्तर के पाठ्यक्रमों में शामिल किया गया।


