अनुज नेगी
नियम मानकों को ताक पर रख कर कार्य कैसे किया जाता है, इसकी बानगी देखनी ही तो चले आईये राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क !
नियम को तोड़ने में कुख्यात बन चुकी पार्क की गोहरी रेंज के अधिकारी नियमों की आड़ में जम कर मलाई काट रहे हैं ,मगर पार्क के उच्च अधिकारियों को इसकी भनक तक नही है।
ताजा मामला गोहरी रेंज के बाघखाले से जुड़ा हुआ है। राजाजी टाइगर पार्क के अधिकारियों की लापरवाही के चलते स्वर्गाश्रम स्थित नगर पंचायत जोंक ने इसकी सीमा के भीतर ही अपना टोल बैरियर लगा कर अवैध वसूली शुरू कर दी है। नगर पंचायत के इस बैरियर से कोई भी व्यक्ति बिना टोल दिए आगे नही बढ़ सकता।
सवाल है कि जो पार्क महकमा नियमों के नाम पर आए दिन कुछ न कुछ करता जो वो इस गंभीर मामले में चुप्पी साधे बैठा है।
इस क्षेत्र में हर दिन रेंज अधिकारी व सेक्सन अधिकारी रोज गस्त का दावा करते हैं। मगर पार्क में वन कर्मी व वन अधिकारियों को पार्क सीमा के भीतर यह टोल प्लाजा नजर नही आता। उनकी यह चुप्पी के सवालों को खड़े कर रही है। वहीं इसी रेंज के बैराज स्थित दो गेटों पर भी अनियमिताओं की शिकायत मिलती रहती है। यहां के कर्मचारी राजाजी प्रशासन द्वारा तय वाहन शुल्क में हेराफेरी करते हैं। वन कर्मी बेख़ौफ़ हो कर कई वाहनों को कम शुल्क पर बिना पर्ची दिए वाहनों को पास कर देते हैं। इसको लेकर कुछ दिनों पूर्व पार्क के उपनिदेशक ने ओचक छापेमारी कर अनियमितता भी पकड़ी थी। जिसके बाद कई गेटों पर इकोविकास समिति शुल्क लेने पर पाबंदी भी लगा दी गयी। मगर उसके बावजूद यहां तैनात वन कर्मियों को इसका ख़ौफ़ नही है।
“यह टोल राजाजी और नगर पंचायत की सीमा पर है और यह बाकायदा बोर्ड मीटिंग मे पास होकर शासनादेश और गजट नोटिफिकेशन के बाद लगाया गया। यह कोई व्यक्ति गत नही है। पंचायत क्षेत्र के बिजली,पानी सड़क जैसे विकास मे इसका पैसा उपयोग होता है। —– माधव अग्रवाल, अध्यक्ष नगर पंचायत जोंक
“मेरे संज्ञान में इस प्रकार का कोई भी मामला नही है,में खुद जा कर इसका निरीक्षण करूँगा,अगर पार्क क्षेत्र में इस तरह से अवैध टोल लिया जा रहा है तो इस पर सख्त कार्यवाही होगी।”
*ललित प्रसाद टम्टा -वन्यजीव प्रतिपालक राजाजी पार्क*
” पार्क क्षेत्र में नगर पंचायत इस प्रकार से कोई भी टैक्स वसूल नही सकता,मामला गंभीर है,इसकी तुरंत जाँच की जाएगी।”
*स्याम सिंह राणा-उप जिलाधिकारी यमकेश्वर*