श्री महंत इंद्रेश अस्पताल ने नेत्रदान के लिए किया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
देहरादून। 35वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के अवसर पर हर वर्ष की भांति श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में इस वर्ष भी ज्ञानवर्धक एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शीर्षक ‘अंधता मिटाते हुए हमारे अभियान से जुड़ें‘ रखा गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार मेहता, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विनय राय, नेत्र रोग के विभागाध्यक्ष प्रो डॉ सुशोभन् दास गुप्ता एवं नेत्रदान केन्द्र की प्रभारी प्रो. डॉ तरन्नुम शकील ने संयुक्त रूप से दीप-प्रज्जवलन कर किया।
नेत्र रोग के विभागाध्यक्ष डॉ सुशोभन् दास गुप्ता ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि, श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में संचालित नेत्रदान केन्द्र की सफलता के प्रेरणा स्त्रोत अस्पताल के चेयरमैन श्री महंत देवेन्द्र दास जी महाराज हैं। श्री महाराज जी के अमूल्य मार्गदर्शन व आशीष से नेत्रदान केन्द्र सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि, समय-समय पर एसजीआरआर आईएम एण्ड एचएस के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार मेहता व श्री महंत इंद्रेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विनय राय द्वारा मिलने वाले बहुमूल्य परामर्श को भी नेत्रदान केन्द्र की सफलता का श्रेय दिया।
उन्होंने कहा कि, देश भर में नेत्रदान पखवाडा प्रतिवर्ष समाज में नेत्रदान हेतु जागरूकता व ज्ञानवर्धन करने हेतु मनाया जाता है। उन्होंने नेत्रदान से सम्बन्धित मिथकों व अंधविश्वासों को तोड़ते हुए इसे एक महान कार्य बताया। अस्पताल के नेत्रदान केन्द्र की प्रभारी प्रो डॉ तरन्नुम शकील ने अपने सम्बोधन में नेत्रदान से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। उन्होंने बताया कि, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में ज्यादा से ज्यादा नेत्रहीन लोगों को नेत्रज्योति प्रदान करने के मानवीय उद्देश्य व संकल्प के साथ सन् 2012 में नेत्रदान केन्द्र (आई डोनेशन सेन्टर) की स्थापना की गई थी। उन्होंने कहा कि, तभी से नेत्रदान केन्द्र अनेकों नेत्रदान लेकर बड़ी संख्या में नेत्रज्योति प्रदान करके इस खुबसुरत दुनिया को देखने का अवसर प्रदान कर चुका है।
डॉ तरन्नुम शकील ने बताया कि, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में ‘कीरैटोप्लास्टी‘ (मृत्यु-उपरान्त आंखों की पुतली निकालने की प्रक्रिया) हेतु विशेषज्ञों व अनुभवी नेत्र सर्जनों, नर्सिंग स्टाफ, टेक्निशियनों की टीम उपलब्ध है। इसके अलावा अत्याधुनिक आपरेशन थियेटर में नेत्र प्रत्यारोपण की सुविधा व 24 घंटे एम्बुलेंस सेवा से मृतक के घर जाकर विशेषज्ञों द्वारा आंखों की पुतलियां निकालने की सम्पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध हैं।
डाॅ तरन्नुम शकील ने जानकारी दी कि, कोरोना वायरस महामारी के बावजूद अस्पताल के नेत्रदान केन्द्र ने मृतक दानदाताओं की 16 आँखों की पुतलियां निकाली हैं, व 2 नेत्रप्रत्यारोपण भी किये हैं। उन्होंने जानकारी दी की कोई भी व्यक्ति अपने जीवन के दौरान नेत्रदान केन्द्र आकर शपथ-पत्र भर सकता है। ताकि मृत्यु के बाद उसके नेत्र किसी नेत्रहीन की ज्योति बन सकें। अस्पताल नेत्र बैंक स्थापित करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि, यदि किसी ने जीते जी नेत्रदान का शपथ-पत्र नहीं भरा है तो उसकी मृत्यु हो जाने पर उसके परिजन नेत्रदान केन्द्र की टीम आँखों की पुतलियां निकालने हेतु बुला सकते हैं। नेत्रदान में लिंग, धर्म, जाति इत्यादि कोई बाधा नहीं है, कोई भी नेत्रदान कर सकता है। इसके लिए जीते जी उसे नेत्रदान का शपथपत्र भरना पड़ेगा एवं उसके मरणोपरांत नेत्रदान सम्भव हो सकेगा।
कार्यक्रम में नेत्रदान करने हेतु उत्साहित करने हेतु ज्ञानवर्धक व जागरूकतापरक चलचित्र भी दिखाये गये। कार्यक्रम में नेत्रदान कर चुके मृतकों के परिजनों ने भी भाग लिया। जिन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। नेत्र रोग विभाग की डॉ समदिशा को नेत्रदान करने हेतु उत्साह पैदा करने के सर्वश्रेष्ठ नारे ‘‘कितना अच्छा होगा जब हमारे जाने के बाद भी हमारी आंखें इस रंग बिरंगी दुनिया को देख पाएंगी‘‘ का पुरस्कार प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रियंका गुप्ता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ तरन्नुम शकील द्वारा दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नेत्र रोग विभाग कीे स्नातकोत्तर छात्राओं डाॅ हिमानी गुप्ता, डाॅ रूचिका जोशी, डाॅ अंशिका लूथरा, डॉ जूही पंवार एवं अन्य छात्र-छात्राओं का भी विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर डॉ एसडी विजय, डॉ तारिक मसूद, डॉ निधि जैन, डॉ शशि मुंजाल, नर्सिंग अधीक्षिका बिन्सी पी तिवारी नर्सिंग स्टाफ व नेत्र-दान करने वाले मृतकों के परिजन भी उपस्थित थे।
नेत्रदान के इच्छुक व्यक्ति अस्पताल के नेत्रदान केंद्र से कर सकते है संपर्क
● 0135-6672400 (एक्सटेंशन 205, 624)
● मोबाईल नं० 9690790809, 9520329258, 8535073474 पर सम्पर्क कर सकते हैं।